बुड्ढा दरिया में गोबर फेंकने से न रोका तो होगी एफआइआर, 150 डेयरी वालों को नोटिस

सतगुरु ठाकुर उदय सिंह ने दरिया की सफाई में आड़े आ रहे डेयरियों के गोबर पर सख्त रवैया अपनाते हुए निगम व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को जमकर लताड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 07:00 AM (IST)
बुड्ढा दरिया में गोबर फेंकने से न रोका तो होगी एफआइआर, 150 डेयरी वालों को नोटिस
बुड्ढा दरिया में गोबर फेंकने से न रोका तो होगी एफआइआर, 150 डेयरी वालों को नोटिस

जागरण संवाददाता, लुधियाना : सतगुरु ठाकुर उदय सिंह ने दरिया की सफाई में आड़े आ रहे डेयरियों के गोबर पर सख्त रवैया अपनाते हुए निगम व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को जमकर लताड़ा। चंडीगढ़ में हुई बैठक में सतगुरु ने साफ कह दिया था कि जब तक दरिया में गोबर का गिरना नहीं रोका जाता तब तक दरिया को साफ नहीं किया जा सका। यही नहीं बैठक के अगले दिन ही सतगुरु उदय सिंह ने दरिया की सफाई योजना में बदलाव करने की बात कह दी, जिसके बाद निगम अफसरों पर दबाव बढ़ा और उन्होंने दरिया में गोबर फेंकने वाले 150 से अधिक डेयरी संचालकों को नोटिस थमाकर एफआइआर दर्ज करने की चेतावनी दी। निगम का सख्त रुख देख सोमवार को डेयरी संचालक जोन बी दफ्तर में आए और अफसरों से कुछ मोहलत मांगने लगे, लेकिन निगम अफसरों ने किसी भी तरह की मोहलत देने से साफ इन्कार कर दिया।

ताजपुर डेयरी कांप्लेक्स में डेयरी वालों ने अपनी डेयरियों से पाइप या नालियां सीधे बुड्ढा दरिया में खोली हैं। डेयरी वाले गोबर उठाने के बजाय सबमर्सिबल चलाकर एक तो पानी की बर्बादी करते हैं वहीं दूसरी तरफ पानी के साथ गोबर को सीधे बुड्ढा दरिया में बहा देते हैं, जिस वजह से दरिया में गाद जम रही है और दरिया की सफाई में बेहद परेशानी हो रही है। सतगुरु उदय सिंह निगम कमिश्नर व अन्य अफसरों को पहले भी कई बार दरिया में गोबर गिरने से रोकने को कह चुके हैं, लेकिन निगम अफसरों ने पहले इस बात को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन जब चंडीगढ़ में अफसरों की क्लास लगी तो अब निगम ने नोटिस जारी कर उन्हें दो दिन का वक्त दिया है। नगर निगम के एसडीओ पुरुषोत्तम ने बताया कि 150 से अधिक डेयरी वालों को नोटिस भेजे गए हैं। अवैध तरीके से चल रही डेयरियों के नोटिस भी तैयार

डेयरी कांप्लेक्स के अलावा दरिया के किनारे बनी अवैध डेयरियों के खिलाफ भी निगम ने नोटिस तैयार कर लिए हैं। एक दो दिनों में उन्हें भी निगम नोटिस जारी कर दिए जाएंगे। दरअसल दरिया के किनारे बनी अवैध डेयरियों ने भी सीवर में गोबर गिराने के साथ साथ सीधे दरिया में गोबर गिराने के लिए खुद पाइपें बिछाई हैं। निगम अफसरों की मानें तो अब उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। डेयरी संचालक बोले, निगम बनवाए ईटीपी या गोबर गैस प्लांट

नोटिस मिलने के बाद डेयरी संचालक सोमवार को जोन बी में ओएंडएम सेल के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर रजिंदर सिंह को मिले। डेयरी संचालकों ने उनसे कुछ दिनों की मोहलत मांगी तो उन्होंने साफ कर दिया कि अब वक्त निकल चुका है और डेयरी वालों को गोबर फेंकने से बाज आना होगा, जिस पर डेयरी संचालकों ने कहा कि नगर निगम ने डेयरी कांप्लेक्स में ईटीपी बनवाना था और इसके साथ ही गोबर गैस प्लांट लगवाना था, लेकिन निगम की तरफ से कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि डेयरी कांप्लेक्स में बायोगैस प्लांट के लिए बाकायदा जगह भी छोड़ी गई है। अफसरों ने फिर भी उन्हें साफ कर दिया कि उन्होंने अगर गोबर फेंकना बंद नहीं किया तो एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी। डेयरी संचालक अब निगम कमिश्नर व मेयर से मिलेंगे। एनजीटी ने किया था 50 करोड़ का जुर्माना

बुड्ढा दरिया में प्रदूषण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पंजाब सरकार को 50 करोड़ रुपये का जुर्माना किया। पंजाब सरकार ने यह राशि भरने के लिए नगर निगम को कहा था, जिसके बाद निगम अफसरों ने हलफनामा देकर कहा था कि दरिया में प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इस तरह नगर निगम पर अब एनजीटी का भी दबाव है।

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