बुड्ढा दरिया कायाकल्प प्रोजेक्ट : आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट सही हुई तो ओवरलोड हो जाएंगे एसटीपी

पंजाब सरकार 519 करोड़ रुपये में बुड्ढा दरिया का कायाकल्प करने में जुटी है। पंजाब सरकार ने जब प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करवाई थी तो उस समय 625 एमएलडी पानी दरिया में था लेकिन आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट में दरिया में 125 एमएलडी पानी ज्यादा निकला है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 07:26 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 07:26 AM (IST)
बुड्ढा दरिया कायाकल्प प्रोजेक्ट : आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट सही हुई तो ओवरलोड हो जाएंगे एसटीपी
पंजाब सरकार 519 करोड़ रुपये में बुड्ढा दरिया का कायाकल्प करने में जुटी है।

लुधियाना [राजेश भट्ट]। पंजाब सरकार 519 करोड़ रुपये में बुड्ढा दरिया का कायाकल्प करने में जुटी है। हालांकि बुड्ढा दरिया में पानी के फ्लो पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी। जितनी बार दरिया के पानी के फ्लो को चेक किया जा रहा है, उतनी बार आंकड़े अलग आ रहे हैं। पंजाब सरकार ने जब प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करवाई थी तो उस समय 625 एमएलडी पानी दरिया में था, लेकिन आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट में अब दरिया में करीब 125 एमएलडी पानी ज्यादा निकला है। अगर ये रिपोर्ट सही हुई तो नए लग रहे एसटीपी भी ओवरलोड हो जाएंगे। हालांकि अब एक बार फिर से दरिया के पानी का फ्लो चेक किया जा रहा है।

बुड्ढा दरिया में अभी नगर निगम के सीवरेज, इंडस्ट्री और डेयरियों का पानी गिर रहा है। निगम ने सीवरेज के पानी को साफ करने के लिए तीन अलग-अलग जगहों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए हैं। इनकी क्षमता 466 एमएलडी है। इसमें 257 एमएलडी का एसटीपी बल्लोके, 161 एमएलडी का भट्टियां और 48 एमएलडी का ताजपुर रोड पर जेल के पास है। ताजपुर रोड वाले एसटीपी की क्षमता बढ़ाकर 225 की जा रहा है जबकि बल्लोके में भी 60 एमएलडी का नया प्लांट बनाया जा रहा है। इस तरह निगम के ट्रीटमेंट प्लांटों की क्षमता अब 703 एमएलडी हो जाएगी। लेकिन भट्टियां ट्रीटमेंट प्लांट से 161 एमएलडी पानी बुड्ढा दरिया में नहीं गिरता, बल्कि सीधे सतलुज में चले जाता है।

इस तरह दरिया में गिरने वाले सीवरेज के पानी में से 542 एमएलडी पानी को निगम के एसटीपी साफ कर सकेंगे। आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट में आए 753 एमएलडी पानी में से 638 एमएलडी पानी नगर निगम के सीवरेज का है और 105 एमएलडी पानी इंडस्ट्री और दस एमएलडी पानी डेयरियों का है। इस तरह नगर निगम के सीवरेज के पानी को साफ करने के लिए 96 एमएलडी के एक और एसटीपी की जरूरत होगी।

मंत्री आशु दे चुके हैं पानी का फ्लो फिर चेक करने के आदेश
कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने पीएमआईडीसी के सीईओ अजाय कुमार शर्मा को दरिया के पानी का फ्लो एक बार फिर से चेक करने को कहा है ताकि किसी तरह की खामी न रहे। आशु ने अफसरों को साफ कह दिया है कि दरिया को साफ करने के प्रोजेक्ट के बीच में जो भी खामियां हैं, उन्हें हर हाल में दूर किया जाए।

डीपीआर बनाने से पहले किए गए सर्वे में दरिया का फ्लो - 625 एमएलडी
शहर के उद्यमी द्वारा पेश की जीएनई की रिपोर्ट में फ्लो - 2000 एमएलडी
आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट में दरिया में पानी का औसत फ्लो : 753 एमएलडी
आइआइटी रुड़की की रिपोर्ट में बुड्ढा दरिया में पानी का अधिकतम फ्लो: 874 एमएलडी
बुड्ढा दरिया में गिर रहा इंडस्ट्री का कुल पानी :     105 एमएलडी
डेयरियों का पानी                                     :      10 एमएलडी  
बुड्ढा दरिया में गिर रहा निगम के सीवरेज का पानी: 638 एमएलडी  
इंडस्ट्री के पानी के लिए तैयार हो रहे सीईटीपी की क्षमता : 105 एमएलडी
डेयरियों के लिए प्रस्तावित ईटीपी की क्षमता  :     10 एमएलडी
नगर निगम के बल्लोके व ताजपुर ट्रीटमेंट की नई क्षमता: 542 एमएलडी  

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