शहरनामाः तीन दिन में चार गुणा बढ़ी दलाली और हालचाल लेने वाले नेता जी...

नेताओं व अधिकारियों ने नए सिरे से पार्किंग की दलाली में इजाफा कर दिया है। अब वे 10 फीसद के बजाय 40 फीसद कमीशन ले रहे हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 06 Jan 2020 12:22 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jan 2020 12:22 PM (IST)
शहरनामाः तीन दिन में चार गुणा बढ़ी दलाली और हालचाल लेने वाले नेता जी...
शहरनामाः तीन दिन में चार गुणा बढ़ी दलाली और हालचाल लेने वाले नेता जी...

जालंधर, [मनोज त्रिपाठी]। मामला शहर में पार्किंग समस्या से जुड़ा है। गत वर्षों में जितनी तेजी से वाहनों की संख्या बढ़ी है, उतनी ही तेजी से सड़कों की चौड़ाई कम हुई है। कारण अतिक्रमण है। सड़कों पर वाहनों को खड़ा करने की जगह नहीं है। संबंधित विभाग के अधिकारियों व नेताओं तथा पार्किंग माफिया की साठगांठ के चलते शहर में दर्जनों अवैध पार्किंग खुल गई हैं। पार्किंग माफिया रोज लाखों रुपयों की कमाई कर रहे हैं। खबरनवीसों ने जब नेताओं, अधिकारियों और पार्किंग माफिया की साठगांठ की पोल खोली तो संबंधित विभाग हरकत में आया। एक पार्किंग सील की, कुछ अवैध पार्किंगों को बंद करवा दिया गया। तीन दिन बाद पार्किंग की दुकानें फिर सजने लगीं और नेताओं व अधिकारियों ने नए सिरे से दलाली में इजाफा कर दिया। अब वे 10 फीसद के बजाय 40 फीसद कमीशन ले रहे हैं।

मैं तो रास्ते से जा रहा था...

मामला भाजपा के एक दिग्गज लेकिन विवादित नेता से जुड़ा है। बीते दिनों अपने घर जाते-जाते रास्ते में आए मीडिया सिटी भी रुक गए। पहले से तय प्रोग्राम नहीं था, लेकिन मीडिया सिटी में रुके और खबरनवीसों से बात न करें तो रुकने का अर्थ नहीं था। नतीजतन खबरनवीसों के व्हाट्सएप पर फटाफट बुलावे वाला मैसेज आ गया। खैर, देश का माहौल भी उस समय थोड़ा गर्म था और शहर में कड़ाके की सर्दी भी थी। तापमान सालों बाद तीन डिग्री तक पहुंच चुका था। महोदय के बुलावे पर मौके पर पहुंचे खबरनवीसों ने सवालों की बौछार कर डाली और महोदय जो सोचकर आए थे सवाल उससे उल्टा हो गए। महोदय के चेहरे की लकीरें खिंचने लगीं, लेकिन यह कहकर बचाव किया कि.. मैं तो रास्ते से सीधा घर जा रहा था, सोचा आप सभी से मुलाकात करके हालचाल लेते चलें।

चोरों को पड़ गए मोर

मामला शहर के एक तेज तर्रार नेता जी से जुड़ा है। पार्टी की मुख्यधारा की सियासत में शामिल होने के लिए छह साल से अपने आका के इशारों पर सड़कों पर भीड़ जुटाने से लेकर भीड़ भगाने वालों का इंतजाम करने वाले नेता जी से भी वसूली हो गई। वसूली करने वाला और कोई नहीं बल्कि उन्हीं के इशारों पर सूचनाएं बेचने वाला निकला। पहली किश्त की अदायगी के मौके पर बनाई गई वीडियो जब नेता जी ने बाद में देखी तो वसूली भाई की पोल खुल गई। फिर क्या था, नेता जी ने खाकी की शरण ली और रकम की वापसी और वसूली भाई की गिरफ्तारी की मांग कर डाली। बाकी की कहानी की पोल वसूली भाई की गिरफ्तारी के बाद खुलेगी कि पर्दे के पीछे की हकीकत क्या है।

लौटा जावा क्लब का जलवा

शहर में 24 साल बाद फिर से जावा बाइक के चाहने वालों की संख्या बढ़ रही है। छह महीने पहले खुले जावा के शोरूम में अब नई पीढ़ी बाइक खरीदने से ज्यादा बाइक देखने पहुंच रही है। 24 साल पहले जो लोग 25 साल की उम्र के थे वह अब 50 के होने वाले हैं, लेकिन सड़कों पर उनके सपनों के रूप में दौड़ने वाली जावा या यजदी को दोबारा सड़क पर देख कर उसकी सवारी का जरूर मन बना रहे हैं। मैसूर की जावा इंडिया लिमिटेड की बाइक 1960 से लेकर 1996 तक फिल्मी पर्दे से लेकर मोटर बाजार व सड़कों पर धूम मचाने के बाद कंपनी के बंद होते ही धीरे-धीरे गायब हो गई थी। उसके बाद के दौर में इसके शौकीनों ने इसका क्लब बनाकर इसे जिंदा रखा था। अब जावा क्लब में लगातार नए सदस्य जुड़ रहे हैं।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी