नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे मंत्री धर्मसोत

दलित विद्यार्थियों को दिए जाने वाले वजीफे में हुए घोटाले के बाद पंजाब की कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 30 Aug 2020 09:56 PM (IST) Updated:Sun, 30 Aug 2020 09:56 PM (IST)
नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे मंत्री धर्मसोत
नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे मंत्री धर्मसोत

संवाद सूत्र, फिरोजपुर : दलित विद्यार्थियों को दिए जाने वाले वजीफे में हुए घोटाले के बाद पंजाब की कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। इस तरह से धर्मसोत ने दलित विद्यार्थियों को शिक्षा देने वाले फंड में घोटाला किया है वह काफी निदनीय है। यह बात प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अभिषेक धवन ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कही।

उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं को नौकरियां तो क्या देनी, इनके मंत्री तो विद्यार्थियों के वजीफे को ही हजम कर रहे हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने हमेशा ही पंजाब को फंड देने में कोई कमी नहीं छोड़ी है, जबकि राज्य सरकार द्वारा हमेशा ही केंद्र सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाकर बदनाम किया जा रहा है। धर्मसोत पर लगे घोटाले के आरोपों के बाद यह सिद्ध हो चुका है कि पंजाब सरकार लोगों के लिए कितनी संजीदा है। धवन ने कहा कि जिस तरह से गरीब व दलितों का हक कांग्रेस के मंत्री अपनी जेबों में भर रहे हैं उसके लिए कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की छोटी सोच जनता के सामने आ गई है। इससे पहले लॉकडाउन के दौरान गरीबों को मिलने वाले सस्ते राशन में भी सरकार ने पक्षपात किया है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच हो तो साफ पता लग जाएगा कि कांग्रेस सरकार ने दलित विद्यार्थियों को मिलने वाले वजीफे को हड़पने की कोशिश की है।

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