किसानों को साधने में जुटी भाजपा, मूड जानने पंजाब अाएंगे पीएम मोदी

भाजपा फसलों के समर्थन मूल्‍यों में वृद्धि के साथ ही किसानों को चुनावों के मद्देनजर साधने में जुट गई है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों का मूड भांपने पंजाब में आएंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 08 Jul 2018 12:22 AM (IST) Updated:Sun, 08 Jul 2018 09:10 PM (IST)
किसानों को साधने में जुटी भाजपा, मूड जानने पंजाब अाएंगे पीएम मोदी
किसानों को साधने में जुटी भाजपा, मूड जानने पंजाब अाएंगे पीएम मोदी

चंडीगढ़, [इन्‍द्रप्रीत सिंह]। देश भर के किसानों में फैले रोष को ठंडा करने के लिए तीन दिन पहले केंद्र सरकार ने 24 फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ा दिया है। इसे किसान किस तरह से देख रहे हैं, यह जानने के लिए अब कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभाल ली है। अगले साल लोकसभा चुनाव है, इसलिए किसानाें मूड भांपने और उन्‍हें साधने पीएम पंजाब आएंगे। उनके निशाने पर राजस्थान और हरियाणा भी हैं। इसलिए वह तीनों राज्यों के  जंक्शन प्वांइट पंजाब के मलोट में 11 जुलाई को रैली करेंगे। हरियाणा व राजस्‍थान में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं।

11 को मलोट में करेंगे रैली राजस्थान और हरियाणा के किसान भी होंगे शामिल

दरअसल, भारतीय जनता पार्टी की मुख्‍य रूप से नजर 2019  में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है। पहले जहां पार्टी के प्रधान अमित शाह अपने सभी रूठे गठजोड़ साथियों को मनाने की मुहिम पर निकले हुए थे, तो अब सरकार के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को मनाने की कोशिश करेंगे।

कर्ज माफी पर बड़े एेलान की उम्मीद

भारतीय किसान यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल का कहना है कि किसानों की समस्या का हल तभी होगा, जब प्रधानमंत्री उनके कर्ज को लेकर बड़ी राहत दें। उन्होंने कहा कि अब जब वह पंजाब में आ रहे हैं तो उनके पास यह एक अच्छा मौका है कि वह किसानों की कर्ज माफी का बड़ा एेलान करें। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से कच्चे पेट्रोल की कीमतें कम होने के बावजूद केंद्र सरकार ने आम लोगों को कोई राहत नहीं दी है। अब मौका है कि इस पैसे से किसानों को बड़ी राहत दी जाए।

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यह धन्यवादी रैली है : शिअद

शिरोमणि अकाली दल-भाजपा इसे धन्यवाद रैली के रूप में प्रचारित कर रहे हैं। पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि 11 जुलाई को सबसे ज्यादा समर्थन मूल्य बढ़ाने वाले फैसले के लिए प्रधानमंत्री काे धन्‍यवाद देेने के लिए इस बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा। बादल ने आज पार्टी के विधायकों, पार्टी उम्मीदवारों और जिला प्रधानों की चंडीगढ़ स्थित पार्टी दफ्तर में एक मीटिंग करके इसे सफल बनाने को कहा है।

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उन्होंने बताया कि इसमें राजस्थान और हरियाणा के किसान भी भारी संख्‍या में शामिल होंगे। सुखबीर ने कहा कि पार्टी के नेता ही नहीं बल्कि पंजाब के किसान लंबे समय से इस इंतजार में थे कि फसलों का समर्थन मूल्य स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 50 फीसद लाभ के साथ तय की जाए। उन्होंने दावा किया कि यह एक ऐतिहासिक रैली होगी, जिसमें तीनों राज्यों के किसान भारी संख्‍या में आएंगे।
 
कैप्टन समर्थन मूल्य पर सियासत न करें: सुखबीर

सुखबीर बादल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा है कि वह फसलों के समर्थन मूल्य पर सियासत न करें, बल्कि पीएम की ओर से की गई वृद्धि को नम्रता से स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह शोभा नहीं देता कि वह अपने राज्य के किसानों को दिए गए लाभ की आलोचना करें। उन्होंने कहा कि 200 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी बढ़ने से हर किसान की जेब में छह हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से राशि आएगी।

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उन्‍होंने कहा कि इसके अलावा मार्केट बोर्ड और रूरल डेवलपमेंट फंड के रूप में सरकार को अतिरिक्त आमदनी होगी। इसी तरह कपास उत्पादकों को दस हजार रुपये प्रति एकड़ का लाभ होगा। सुखबीर बादल ने कहा कि डॉ एमएस स्वामीनाथन ने 2006 में अपनी रिपोर्ट यूपीए सरकार को सौंप दी थी, लेकिन 2014 तक तक सरकार ने इसे लागू नहीं किया। अब अगर एनडीए सरकार ने उस रिपोर्ट की तर्ज पर किसानों के समर्थन मूल्य को देने की कोशिश की है तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उसका मजाक उड़ा रहे हैं।
 
केंद्रीय मंत्री, भाजपा नेता की लगी ड्यूटी

रैली के लिए केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है। समर्थन मूल्य बढ़ाने का गलत प्रचार न हो, इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल समेत जहां इसका समर्थन कर रहे हैं वहीं, ऐसा पहली बार हो रहा है कि खुद प्रधानमंत्री किसानों की रैली में आकर समर्थन मूल्य के बारे में बोलें। भाजपा के नेता भी इस बात का खास ख्याल रख रहे हैं कि समर्थन मूल्य के खिलाफ विरोधी गलत जानकारियां लोगों में न फैलाएं।

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