झटका: तेजस तो भूल जाएं, चल रही तीन शताब्दी ट्रेनों पर भी लग सकता है ब्रेक

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने संके‍त दिया है कि चंडीगढ़-दिल्‍ली रेलमार्ग पर चल रही तीन शताब्‍दी एक्‍सप्रेस ट्रेनों में से दो को बंद किया जा सकता है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sat, 28 Jul 2018 09:46 AM (IST) Updated:Sun, 29 Jul 2018 09:09 PM (IST)
झटका: तेजस तो भूल जाएं, चल रही तीन शताब्दी ट्रेनों पर भी लग सकता है ब्रेक
झटका: तेजस तो भूल जाएं, चल रही तीन शताब्दी ट्रेनों पर भी लग सकता है ब्रेक

जेनएनएन, चंडीगढ़। यहां से तेजस एक्‍सप्रेस ट्रेन चलना तो दूर पहले से चल रही तीन शताब्दी एक्‍सप्रेस ट्रेनों पर भी ब्रेक लग सकता है। शुक्रवार देर शाम एक निजी समारोह में हिस्सा लेने चंडीगढ़ पहुंचे रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बातों ही बातों में इसका संकेत दे दिया। उन्‍होंने शताब्‍दी एक्‍सप्रेस ट्रेनों के खाली चलने को लेकर इस‍के साफ संकेत्‍ दिए।

पीयूष गोयल ने कहा, मैंने चंडीगढ़-दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी ट्रेन से दो बार सफर किया। इस दौरान उन्हें शताब्दी में मिल रही सुविधाएं देखकर तो खुशी हुई, लेकिन खाली सीटों को देखकर दुख हुआ। ऐसे में क्यों न हम पहले से चल रही तीन शताब्दी ट्रेनों की जगह एक शताब्दी और एक तेजस चला दें। इससे इन दो शताब्दी ट्रेनों को उन रूटस पर चलाया जा सकता है, जहां पर यात्रियों को इसकी ज्यादा जरूरत है। इससे यात्री को सुविधा भी मिलेगी और रेलवे को भी मुनाफा होगा।

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रेलमंत्री ने कहा कि अंबाला मंडल के लिए रेलवे के पास कई तरह की योजना है। सबसे बड़ी योजना कालका-शिमला रेलवे ट्रैक को हाईटेक और सुरक्षित बनाने की दिशा में है। उन्होंने कहा कि हम जल्द कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर रेल कार चलाएंगे। इस रूट पर होप ऑन, होप ऑफ रेल कार चलाएंगे। इससे यात्री इन रूट के शानदार प्राकृतिक नजारों को निहार सकेंगे।

चंडीगढ़ रेलवे स्‍टेशन पर पत्रकारों से बातचीत करते रेल मंत्री पीयूष गोयल।

उन्होंने कहा कि खास बात यह है कि ट्रेन में एक टिकट लेकर यात्री रास्ते में किसी भी स्टेशन पर उतर सकते हैं। थोड़ी देर घूमकर आप दूसरे रेल कार में आगे की यात्रा कर सकते हैं। उन्होंंने बताया कि अभी अंबाला मंडल के डीआरएम दिनेश चंद शर्मा ने उन्हें इसका डिजाइन व मॉडल दिखाया जो बेहद हाईटेक व खूबसूरत है। उम्मीद है कि इस दिशा में जल्द काम शुरू हो जाएगा।

अब रेलवे बोर्ड ही लेगा तेजस चलाने का निर्णय

अंबाला मंडल की सीनियर डीसीएम प्रवीणा गौड़ ने कहा कि चंडीगढ़ से तीन शताब्दी ट्रेनें चलती है। पहली ट्रेन सुबह 6:45 बजे कालका -नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस, दोपहर 11:05 बजे चंडीगढ़-नई दिल्ली कालका शताब्दी, शाम सवा 6 बजे कालका - नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस जाती है। इन सभी ट्रेनों की औसतन 40 फीसदी सीटें बुक रहती हैं। कई दिनों में इन ट्रेनों की 20 से 22 फीसदी सीटें बुक नहीं हो पाती है। ऐसे में रेलवे बोर्ड और सभी पहलुओं पर गौर करके ही तेजस को चलाने का निर्णय करेगा। उन्होंने कहा कि रेलवे ने रिसर्च की है और फैलेक्सी प्रणाली का यात्री संख्या पर कोई फर्क नहीं पड़ा।

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कुलियों की मांग को ठुकराया

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के कुलियों ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को एक ज्ञापन सौंपा। उसमें उन्होंने खुद को ग्रेड-डी में लाने की बात कही थी। कुलियों ने यह भी कहा कि वह सालों से रेलवे स्टेशन पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, इसलिए उन्हें जॉब भी मिलनी चाहिए। रेलमंत्री ने कुलियों की इस मांग को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह जॉब नहीं दे सकते।

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वर्ल्‍ड क्लास रेलवे स्टेशन के प्रोजेक्ट अभी भी कागजों में

वर्ल्‍ड क्लास रेलवे स्टेशन के प्रोजेक्ट पर रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह काफी बड़ा प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट का काम भारतीय रेलवे स्टेशन विकास लिमिटेड देख रहा है। इस प्रोजेक्ट का टेंडर निकल गया है। उम्मीद है कि जल्द इसका काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के चलते ही चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के अन्य कार्यों को रोक दिया गया है। रेलवे स्टेशन को वर्ल्‍डक्लास बनाने का काम जल्द शुरू होने वाला है।

मंत्री के आने से पहले चमकाया गया रेलवे स्टेशन

रेलमंत्री पीयूष गोयल के चंडीगढ़ आने से पहले ही अंबाला मंडल के तमाम बड़े अधिकारी चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे गए थे। रेलमंत्री के पहुंचने से रेलवे परिसर, पानी कटंकियां, वाशरूम समेत हर जगह को चमकाया दिया गया था।

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