कांग्रेस ने सिद्धू तो अकाली दल ने सोहाना पर लगाया दांव

मोहाली विधानसभा हलके से कांग्रेस ने पूर्व सेहत मंत्री व विधायक बलबीर सिंह सिद्धू तो शिरोमणि अकाली दल ने स्थानीय नेता परमिदर सिंह सोहाना पर दाव लगाया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Jan 2022 11:57 PM (IST) Updated:Sat, 15 Jan 2022 11:57 PM (IST)
कांग्रेस ने सिद्धू तो अकाली दल ने सोहाना पर लगाया दांव
कांग्रेस ने सिद्धू तो अकाली दल ने सोहाना पर लगाया दांव

रोहित कुमार, मोहाली

मोहाली विधानसभा हलके से कांग्रेस ने पूर्व सेहत मंत्री व विधायक बलबीर सिंह सिद्धू, तो शिरोमणि अकाली दल ने स्थानीय नेता परमिदर सिंह सोहाना पर दाव लगाया है। सोहाना को अकाली दल की टिकट देने की जानकारी शिअद के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने शनिवार को ट्वीटर पर दी। ध्यान रहे कि परमिदर सिंह सोहाना पहले मोहाली के पूर्व मेयर कुलवंत सिंह के आजाद धड़े के साथ थे। सोहाना की पत्नी आजाद धड़े से ही पार्षद बनी, लेकिन बाद में सोहाना ने शिअद का दामन थाम लिया। पूर्व मेयर कुलवंत सिंह भी पहले शिअद में थे, लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निष्कासित किया गया था। वे मोहाली के मेयर कांग्रेस के समर्थन से बने। अब तीनों प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवार मैदान में है। मुकाबला दिलचस्प होगा।

उधर, तीन बार विधायक रह चुके है सिद्धू चौथी बार जीत का दावा कर रहे हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि सिद्धू पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के खास हैं इसलिए वे पार्टी छोड़ सकते है, लेकिन सिद्धू ने साफ कह दिया था कि वे कांग्रेसी है और कांग्रेसी ही रहेंगे। तीन बार विधायक रहने के बाद पूर्व कैप्टन सरकार में बलबीर सिंह सिद्धू को पंजाब का सेहत मंत्री बनाया था, लेकिन पंजाब में सत्ता मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के हाथ में आने के बाद सिद्धू को मंत्री पद से हटा दिया गया। 2007 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खरड़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। जिसके बाद कांग्रेस का दामन थाम लिया। 2007, 2012, 2017 के चुनाव जीते। 2017 से लेकर सितंबर 2021 तक पंजाब के सेहत मंत्री रहे। उस समय मोहाली विधानसभा हलका नहीं था। जिला बनने के बनने के बाद मोहाली हलका बना था। अब मोहाली विधानसभा हलके में आम आदमी पार्टी ने पूर्व मेयर कुलवंत सिंह को प्रत्याशी के तौर पर उतारा है। सोहाना भी शहर के लोगों के साथ जुड़े है और वाइस चेयरमैन और एमडी लेबरफेड हैं। उनके पिता लंबे समय तक सोहाना गांव के सरपंच रहे हैं।

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