चंडीगढ़ में शराब और बीयर होगी थोड़ी सस्ती, नगर निगम अब नहीं लगाएया कोविड सेस, जानें क्यों

चंडीगढ़ में साल 2020 में शराब पर कोविड सेल लगाने की अधिसूचना जारी की गई थी। इसकी अवधि 31 दिसंबर 2021 को समाप्त हो गई है। नगर निगम की ओर से अब इसे और आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 11:40 AM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 11:40 AM (IST)
चंडीगढ़ में शराब और बीयर होगी थोड़ी सस्ती, नगर निगम अब नहीं लगाएया कोविड सेस, जानें क्यों
चंडीगढ़ में कोविड सेस की समयावधि पिछले साल 31 दिसंबर तक थी। सांकेतिक चित्र।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। कोराेना की तीसरी लहर में नगर के लोगों को बड़ी राहत दी गई है। अभी तक जो कोविड सेस चार्ज किया जा रहा था, उसे खत्म कर दिया गया है। शराब और बीयर की बोतल पर जो कोविड सेस चार्ज किया जा रहा था वह खत्म हो गया है। अब इसकी खरीददारी करने पर कोविड सेस चार्ज नहीं किया जाएगा। इसका कारण यह है कि काेविड सेस चार्ज करने की जो अधिसूचना जारी हुई थी उसकी समयावधि 31 दिसंबर को समाप्त हो गई है। 

साल 2020 में कोरोना की पहली लहर आने के बाद कोविड सेस चार्ज करने की अधिसूचना प्रशासन ने जारी की गई थी। ऐसे में 31 दिसंबर 2021 तक 26 करोड़ रुपये की कमाई कोविड सेस से हुई है। कोविड सेस से होने वाली कमाई नगर निगम के पास जमा होती है। हाल ही में नगर निगम ने कोविड सेस से 10 करोड़ रुपये की राशि स्वास्थ्य विभाग को दी है, जबकि बाकी बचे 16 में से दो करोड़ रुपये की राशि नगर निगम ने मास्क और कोरोना से बचाव के लिए खर्च की है।

बुधवार को निगम कमिश्नर की ओर से पार्षदों को सेक्टर-38 के कम्युनिटी सेंटर में नगर निगम की वर्किंग पर प्रेजेटेशन दी गई, जिसमे कोविड सेस की भी जानकारी दी गई। साल 2020 के मई में प्रशासन ने शराब की बिक्री पर पांच फीसद कोविड सेस लगाया गया था। इस समय शहर को सैनिटाइजेशन करने की जिम्मेवारी नगर निगम की है। अगर प्रशासन को फिर से शराब और बीयर पर कोविड सेस लगाना है तो उन्हें नए सिरे से अधिसूचना जारी करनी होगी। कमिश्नर आनिदिता मित्रा का कहना है कि कोविड सेस अब चार्ज नहीं किया जा रहा है। 31 दिसंबर को अधिसूचना की समयावधि समाप्त हो गई है।

सिद्धू, जोशी, रावत, मेहता और लाडी बने अनुबंध कमेटी के सदस्य

नगर निगम की वित्त एवं अनुबंध कमेटी के लिए पांच सदस्यों का चुनाव सर्वसम्मित से ही हो गया है। पांच पद के लिए पांच ही पार्षदों ने नामांकन दाखिल किया है। भाजपा की ओर से दो पार्षद महेश इंद्र सिद्धू और सौरभ जोशी जबकि आम आदमी पार्टी की ओर से तरूणा मेहता और जसबीर सिंह लाडी ने नामांकन दाखिल किया है। कांग्रेस की ओर से एक ही पार्षद गुरबख्श रावत ने नामांकन दाखिल किया है। मेयर ने 24 जनवरी को वित्त एवं अनुबंध कमेटी का चुनाव घोषित किया था लेकिन अब चुनाव नहीं होगा।

सौरभ जोशी, महेश इंद्र सिद्धू और गुरबख्श रावत सीनियर पार्षद हैं। रावत तीन बार, जोशी और सिद्धू दूसरी बार पार्षद बने हैं। सभी उम्मीदवारों ने ज्वाइंट कमिश्नर एवं सचिव राजीव प्रसाद के समक्ष नामांकन दाखिल किया है। मालूम हो कि यह नगर निगम की सबसे अहम कमेटी है जो कि सबसे अहम नीतिगत फैसले लेती है। कमेटी का गठन करने के बाद अब इसी माह के अंत तक नए वित्तीय सत्र के लिए बजट पास किया जाएगा।अनुबंध कमेटी बजट पास करने के बाद सदन में इसे चर्चा के लिए भेजेगी।

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