खाने की जरूरत पूरी हुई तो शहर के गुरुद्वारे अब पौष्टिक चीजों का लगा रहे लंगर

यह लंगर साधारण लोगों से लेकर बड़े-बड़े कार्यालयों में भी लगाया जा रहा है ताकि किसी को शारीरिक कमजोरी के चलते कोरोना न हो।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 11 Sep 2020 02:20 PM (IST) Updated:Fri, 11 Sep 2020 02:20 PM (IST)
खाने की जरूरत पूरी हुई तो शहर के गुरुद्वारे अब पौष्टिक चीजों का लगा रहे लंगर
खाने की जरूरत पूरी हुई तो शहर के गुरुद्वारे अब पौष्टिक चीजों का लगा रहे लंगर

चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। कोरोना काल में सबसे बड़ी परेशानी आई खाने की। जिसे पूरा करने के लिए शहर के विभिन्न गुरुद्वारा कमेटी के प्रबंधक सामने आए और उन्होंने दिल खोलकर लंगर लगाया। हर गुरुद्वारे ने यह लंगर दो महीने तक जारी रखा। जैसे ही खाने की जरूरत पूरी हो गई तो अब शहर के विभिन्न गुुरुद्वारा साहिब पौष्टिक चीजों का लंगर लगाने में जुट गए हैं। विभिन्न गुरुद्वारा कमेटी प्रबंधक के लोग अब जूस, ओट्स और फ्रूट का लंगर लगा रहे है। यह लंगर साधारण लोगों से लेकर बड़े-बड़े कार्यालयों में भी लगाया जा रहा है ताकि किसी को शारीरिक कमजोरी के चलते कोरोना न हो। 

नगर निगम कार्यालय में भेंट किया जूस और ओट्स

गुरुद्वारा श्री कलगीधर खेड़ा सेक्टर-20 की तरफ से जूस और ओट्स का लंगर लगाया जा रहा है, जाेकि गुरुद्वारे के अलावा शहर के अस्पतालों के बाहर लगाया जा रहा है। वहीं नगर निगम में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी दस हजार लीटर जूस और एक क्विंटल के करीब ओट्स दान किया गया है। कमेटी के प्रेसिडेंट गुरिंदर वीर सिंह ने बताया कि हमारा फर्ज इंसानियत के लिए काम करना है। यदि भगवान हमें कुछ दे रहा है तो वह जरूरतमंदों तक पहुंचना जरूरी है।

गुरुद्वारे को दान में मिला जूस 

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर-19 की तरफ से भी जूस और फ्रूट का लंगर लगाया जा रहा है। यह लंगर भी गुरुद्वारे के अलावा शहर के उन इलाकों में जाकर लगाया जा रहा है, जहां पर श्रमिक वर्ग लोग रह रहे है। जानकारी देते हुए सेक्टर-19 गुरुद्वारा कमेटी प्रबंधक के प्रेसिडेंट तेजिंदर सिंह ने बताया कि कुछ बड़ी कंपनियों ने हमें पचास हजार लीटर के करीब जूस गुरुद्वारा में चढ़ाया गया था। वह गुरुद्वारा का प्रसाद है जो कि सभी तक पहुंचना जरूरी है। इसी सोच के साथ हमने उस जूस और प्रसाद के तौर पर चढ़ाए गए फलों का लंगर लगाना शुरू किया हुआ है और लगातार उसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचा रहे है।

जरूरतमंदों को दिया जा रहा है अभी भी लंगर

सेक्टर-34 गुरुद्वारा के प्रधान चरण सिंह ने बताया कि जब कोरोना शुरू हुआ तो उस समय शहर में श्रमिक वर्ग बहुत ज्यादा है, जिनको खाने की जरूरत थी। उस समय सेक्टर-34 स्थित गुरुद्वारा कमेटी ने प्रशासन के साथ मिलकर खाना मुहैया कराया था लेकिन अब उतनी जरूरत नहीं है। ऐसे में जो लंगर हम गुरुद्वारे के अंदर लगाते थे वह अब गेट के बाहर लगाते है। जिसे भी खाने की जरूरत होती है वह गेट पर आकर खाना ले जा सकता है। खाना लंगर के तौर पर दिया जा रहा है।

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