उद्योग कर रहे पर्यावरण से खिलवाड़, ऑडिट में हुए बड़े खुलासे

पंजाब में उद्योगों द्वारा फैलाए जा र‍हे प्रदूषण को लेकर बड़े खुलासे हो रहे हैं। उद्योगों द्वारा की जारी इन गड़बडि़यों की जानकारी इस संबंध में किए गए ऑडिट से हुआ है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 09 Aug 2018 12:45 PM (IST) Updated:Thu, 09 Aug 2018 12:45 PM (IST)
उद्योग कर रहे पर्यावरण से खिलवाड़, ऑडिट में हुए बड़े खुलासे
उद्योग कर रहे पर्यावरण से खिलवाड़, ऑडिट में हुए बड़े खुलासे

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। पंजाब की बड़े उद्योग पर्यावरण के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। राज्‍य में आैद्याेगिक इकाइयों के ऑडिट से बड़े खुलासे हुए हैं। आॅडिट के दौरान पता चला कि कहीं पर उद्योगों द्वारा कहीं नदियां व भूजल पानी दूषित हो रहा है तो कहीं पर वायु प्रदूषित हो रहा है। अनेक इकाइयों में पानी का ट्रीटमेंट उचित तरीके से नहीं हो रहा है। राज्य की 65 बड़ी औद्योगिक इकाइयों का ऑडिट किया जा रहा है।

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कीड़ी अफगाना में चड्ढा शुगर मिल से शीरा लीक होने के बाद विज्ञान एवं तकनीकी विभाग ने राज्य की पेपर मिल, डिस्टलरी, पेट्रो केमिकल जैसी बड़ी औद्योगिक इकाइयों का ऑडिट करवाने का फैसला किया था। इस ऑडिट में सभी मानकों को शामिल किया गया है। एक इंडस्ट्री में कई विभाग शामिल हो जाते है। पानी और हवा के प्रदूषण को देखना प्रदूषण नियंत्रण विभाग का काम होता है तो फायर सेफ्टी देखना फायर डिपार्टमेंट का।इसी प्रकार के अप्रूवल एक्साइज विभाग द्वारा दिया जाता है।

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कई विभागों की भागीदारी को देखते हुए औद्योगिक इकाइयों का ऑडिट करवाया जा रहा है। इस ऑडिट में सभी मानकों को देखा जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के चीफ इंजीनियर की निगरानी में करवाए जा रहे इस ऑडिट में सभी तथ्यों को जुटाकर उसकी एक पूर्ण रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसके बाद अलग-अलग विभागों के साथ इस रिपोर्ट को शेयर किया जाना है।

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जानकारी के अनुसार ऑडिट का काम जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है उद्योगों में कई प्रकार की खामियां सामने आ रही है। सबसे ज्यादा खामियां वाटर ट्रीटमेंट और फायर सेफ्टी को लेकर सामने आई हैं। 

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विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी डॉ. रोशन सुंकारिया का कहना है 'ऑडिट का काम अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। ऑडिट का मुख्य उद्देश्य वातावरण को लेकर सुधार करना है। चूंकि एक ही फैक्टरी में कई विभाग शामिल होते है। इसलिए बड़े स्तर पर ऑडिट करके सारी जानकारियां एकत्रित की जा रही है, ताकि रिपोर्ट आने पर सभी विभागों को पता चल सके कि उन्हें किन-किन इंडस्ट्री में क्या-क्या खामियां पाई गई और उसे किस प्रकार से दूर करवाना है।' उन्होंने बताया कि राज्य में इस स्तर पर ऑडिट पहली बार करवाया जा रहा है।

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