2017 में ही रेहड़ी-फड़ी मुक्त शहर बनेगा मोहाली

जागरण संवाददाता, मोहाली : अगर निगम की योजना सिरे चढ़ी तो शहर में रेहड़ी नजर नहीं आएंगी। लेकिन शहर को

By Edited By: Publish:Fri, 09 Dec 2016 01:00 AM (IST) Updated:Fri, 09 Dec 2016 01:00 AM (IST)
2017 में ही रेहड़ी-फड़ी मुक्त शहर बनेगा मोहाली

जागरण संवाददाता, मोहाली : अगर निगम की योजना सिरे चढ़ी तो शहर में रेहड़ी नजर नहीं आएंगी। लेकिन शहर को रेहड़ी-फड़ी से मुक्त करने का सपना 2017 में ही पूरा हो सकेगा। निगम की ओर से रेहड़ी-फड़ी शहर में एक ही जगह पर लगवाई जाएंगी। वहीं, शहर में रेहड़ियों पर जो सामान बेचने का लोग धधा करते है, चलता रहेगा। अधिकारियों के मुताबिक निगम और गमाडा की ज्वाइट टीम रेहड़ी-फड़ी मार्केट एक ही जगह लगाने पर विचार कर रही है। इसके लिए जगह भी देखी गई है। जल्द ही इस पर फैसला हो जाएगा और रेहड़ी-फड़ी इन जगहों पर शिफ्ट कर दी जाएगी।

शिफ्ट करने के लिए पाच-पाच एकड़ जगह देखी गई

गमाडा की ओर से फेज-6 और सेक्टर-66 में रेहड़ी-फड़ी मार्केट शिफ्ट करने के लिए पाच-पाच एकड़ जगह देखी गई है। इस जगह की बकायदा चारदीवारी की जाएगी। जिन लोगों को निगम की ओर से लाइसेंस जारी किए जाएंगे, वे इस जगह पर रेहड़ी-फड़ी लगा सकेंगे। रेहड़ी-फड़ी लगाने की अनुमति रात दस बजे तक होगी, इसके बाद साफ-सफाई भी निगम की ओर से ही करवाई जाएगी।

लाइसेंस जारी करने के लिए करवाया गया था सर्वे

ध्यान रहे कि निगम की ओर से रेहड़ी-फड़ी वालों को लाइसेंस जारी करने के लिए एक सर्वे करवाया गया था। लेकिन सर्वे में धाधली की बात सामने आई थी। क्योंकि सर्वे में बारह सौ से ज्यादा रेहड़ी-फड़ी दिखा दी गई थी, जितनी की शहर में लगती ही नहीं। इसके बाद गत दिनों नगर निगम की बैठक में ये निर्णय लिया गया कि सर्वे फिर से करवाया जाएगा। निगम अधिकारियों का कहना है कि सर्वे का काम नए साल में ही पूरा हो सकेगा। इसके बाद लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मेयर कुलवंत सिंह ने बताया कि इस योजना पर विचार किया जा रहा है। गमाडा और निगम संयुक्त रूप से इस पर टीम वर्क कर रही है।

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