संगठित और सशक्त भारत के लिए आत्मनिर्भर होना जरूरी : सतीश कुमार

स्वावलंबन भारत में इस समय की बड़ी मांग है। भारत देश कई वर्षो पहले भी स्वावलंबन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था और पूरे विश्व में उत्पादन का एक बड़ा भाग भारत से होकर जाता था लेकिन कुछ काल खंडों में हमने यह परंपराएं भुला दी थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Aug 2022 05:58 PM (IST) Updated:Fri, 19 Aug 2022 05:58 PM (IST)
संगठित और सशक्त भारत के लिए आत्मनिर्भर होना जरूरी : सतीश कुमार
संगठित और सशक्त भारत के लिए आत्मनिर्भर होना जरूरी : सतीश कुमार

जागरण संवाददाता, अमृतसर : स्वावलंबन भारत में इस समय की बड़ी मांग है। भारत देश कई वर्षो पहले भी स्वावलंबन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था और पूरे विश्व में उत्पादन का एक बड़ा भाग भारत से होकर जाता था, लेकिन कुछ काल खंडों में हमने यह परंपराएं भुला दी थी। उक्त विचार स्वदेशी जागरण मंच की तरफ से स्वावलंबी कार्यक्रम में अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार ने अमृतसर में व्यक्त किए। माधव विद्या निकेतन स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आवश्यकता देश के युवाओं को जागने की है। पूरे विश्व में कई देश ऐसे हैं जो पूरे विश्व के उत्पादन का बहुत बड़ा हिस्सा अपने देश से देते हैं। यदि भारत का युवा एकजुट होकर धैर्य और साहस के साथ अपने-अपने क्षेत्रों के अनुसार स्वरोजगार व उत्पादन में लग जाए तो पुन: हम विश्व के उत्पादन का बहुत बड़ा भाग हम भारत से दे सकते हैं। उन्हें विश्वास है कि देश का युवा अब इस कड़ी में आगे बढ़ने लगा है।

उन्होंने कहा कि संगठित और सशक्त भारत के निर्माण हेतु हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना होगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने युवाओं को बेरोजगारी की समस्या से निजात दिलाने के लिए शुरू किए गए स्वावलंबी भारत अभियान का प्रचार प्रसार और विस्तार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि स्वदेशी जागरण मंच की स्थापना 1991 में संघ के सहयोगी पांच राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर नागपुर में कुशल संगठक स्वर्गीय दत्तोपंत ठेंगड़ी ने की थी। अपने नाम के अनुरूप स्वदेशी जागरण मंच विगत तीन दशकों में आम जनता को स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल के प्रति जागरूक करने के अभियान में बेहद सफल रहा है।

देश के सभी 773 जिलों में उद्यमिता विकास केंद्र स्थापित करने का फैसला

सतीश शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं के साथ साथ ग्राम पंचायतों और सेवा बस्तियों को जोड़ा जाएगा। उन्हें स्वावलंबी भारत अभियान के विषय में जानकारी प्रदान करके स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्वदेशी जागरण मंच ने युवाओं को बेरोजगारी की समस्या से निजात दिलाने और उन्हें स्वरोजगार के मकसद से उनकी रुचि के काम में दक्ष बनाने के लिए देश के सभी 773 जिलों में उद्यमिता विकास केंद्र स्थापित करने का भी फैसला किया है, जिस पर अमल प्रारंभ किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मुझे बताने में प्रसन्नता हो रही है कि भारत का युवा अपनी मेहनत से बेरोजगारी जैसी समस्या पर विजय प्राप्त कर लेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने जा रहा है और इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका युवाओं की रहेगी।

विद्यार्थियों ने अर्निंग स्टूडेंट काउंसिल (ईसीसी) का किया गठन

इंकम टैक्स के एडिशनल कमिश्नर रोहित मेहरा ने पर्यावरण और बेरोजगारी दोनों समस्याओं से निपटने के लिए अपने अनुभव को छात्र और छात्राओं के सम्मुख रखा। कालेज के विद्यार्थियों द्वारा अर्निंग स्टूडेंट काउंसिल (ईसीसी) का गठन भी किया गया। इस मौके पर स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत प्रमुख विनय, महानगर संयोजक सीए अमित हांडा, महिला प्रमुख नेहा सेठी, महानगर सह संयोजक सीए भावेश महाजन आदि मौजूद थे।

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