राज्यसभा में मोदी के भाषण से एक हिस्से को हटाया गया, NRC का बचाव करते हुए की थी टिप्पणी

PM Modi speech in Rajya Sabha प्रधानमंत्री के राज्यसभा में दिए गए भाषण के एक हिस्से को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। प्रधानमंत्री ने उक्‍त टिप्पणी एनपीआर का बचाव करते हुए की थी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 07 Feb 2020 09:59 PM (IST) Updated:Fri, 07 Feb 2020 10:10 PM (IST)
राज्यसभा में मोदी के भाषण से एक हिस्से को हटाया गया, NRC का बचाव करते हुए की थी टिप्पणी
राज्यसभा में मोदी के भाषण से एक हिस्से को हटाया गया, NRC का बचाव करते हुए की थी टिप्पणी

नई दिल्ली, पीटीआइ। एक असाधारण घटना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्यसभा में दिए गए भाषण के एक हिस्से को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देने के क्रम में मोदी के भाषण से एक हिस्से को रिकॉर्ड से हटाया है। मालूम हो कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कल पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा को संबोधित किया था। 

राज्यसभा सचिवालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि सभापति छह फरवरी की राज्यसभा की कार्यवाही के रिकॉर्ड से शाम 6.20 से 6.30 के बीच एक हिस्से को हटाकर संतुष्ट हैं। उल्लेखनीय है कि नायडू नियमित रूप से अनुपयुक्त टिप्पणियों को राज्यसभा की कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटाते रहते हैं। ऐसा वे कई बार कर चुके हैं। लेकिन, मोदी की किसी टिप्पणी को शायद ही कभी हटाया जाता है।

मोदी ने यह टिप्पणी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का बचाव करते हुए की थी। उन्होंने कहा था कि जनसंख्या रजिस्टर को कल्याणकारी योजनाओं के लिए अपडेट किया जाता रहा है। उन्होंने इस मुद्दे पर अपना रुख बदलने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हुए कांग्रेस ही 2010 में एनपीआर लेकर आई थी। 2015 में फोटो और कुछ बायोमीट्रिक जानकारियों के साथ इसे अपडेट किया गया था।

नायडू ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के भाषण से भी एक हिस्से को हटाने का आदेश दिया। आजाद ने मोदी का भाषण खत्म होने के बाद कहा था कि कांग्रेस पाकिस्तान में उत्पीड़न के शिकार अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के पक्ष में है। हालांकि, वह धर्म के आधार पर कानून बनाने का विरोध करती है।  

प्रधानमंत्री मोदी ने कल राज्‍य सभा में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव बेहद मजबूत है। देश में ऊंची विकास दर की मूलभूत क्षमता है लिहाजा, भारत को पांच ट्रिलियन (पांच लाख करोड़ डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सबको एकजुट होकर काम करना चाहिए। उन्‍होंने बताया कि सरकार विपरीत वैश्विक माहौल के बावजूद मैक्रो-इकोनॉमी को स्थिर रखने में कामयाब रही है। उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ राज्य राजनीति से प्रेरित होकर किसानों को पीएम-किसान योजना का लाभ नहीं दे रहे हैं। 

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