सीएम चंद्रशेखर राव के तेलंगाना विधानसभा भंग करने की चर्चा

माना जा रहा है कि राव लोकसभा चुनाव के साथ राज्य के विधानसभा चुनाव नहीं कराना चाहते, इसीलिए साल के अंत तक चुनाव करवाने के लिए विधानसभा भंग कर सकते हैं।

By Vikas JangraEdited By: Publish:Sat, 01 Sep 2018 06:46 PM (IST) Updated:Sun, 02 Sep 2018 11:06 AM (IST)
सीएम चंद्रशेखर राव के तेलंगाना विधानसभा भंग करने की चर्चा
सीएम चंद्रशेखर राव के तेलंगाना विधानसभा भंग करने की चर्चा

हैदराबाद [जेएनएन]। तेलंगाना में तय समय से पहले चुनाव कराने की चर्चा जोरों पर है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव कैबिनेट बैठक के बाद विधानसभा भंग करने का ऐलान कर सकते हैं। इस बात के संकेत राज्य के आईटी मिनिस्टर केटी रामाराव ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में दिए। उन्होंने कहा, "रविवार को कैबिनेट बैठक के बाद एक महत्वपूर्ण ऐलान किया जाएगा, जिससे पूरे राज्य का राजनीतिक माहौल बदल जाएगा।"

हालांकि, राव का कार्यकाल मई 2019 में पूरा होना है। तेलंगाना में पहली विधानसभा के लिए मई 2014 में चुनाव हुए थे। माना जा रहा है कि राव लोकसभा चुनाव के साथ राज्य के विधानसभा चुनाव नहीं कराना चाहते, इसीलिए साल के अंत तक चुनाव करवाने के लिए विधानसभा भंग कर सकते हैं। तेलंगाना विधानसभा भंग होने की ख़बरों पर कांग्रेस और भाजपा अलग-अलग तरीके से राय दे रही है। 

कांग्रेस ने कहा- विपक्ष की सक्रियता से डरे राव

राज्य में समय से पहले विधानसभा भंग करने और चुनाव कराने को लेकर कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री राव विपक्ष की बढ़ती सक्रियता से डर गए हैं। कांग्रेस ने कहा कि विपक्षी पार्टियां एक साथ आ रहीं हैं। इसी के चलते टीआरएस को अगले चुनाव में हारने का डर है। इसी वजह से वे राज्य में जल्दी चुनाव कराना चाहते हैं। कांग्रेस नेता उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि जब भी राव चाहें तो पार्टी चुनाव के लिए तैयार है, चाहे ये वक्त से पहले हो या तय वक्त पर। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव आयोग के फैसले के मुताबिक चलेगी और ये भी निवेदन करेगी की चुनाव से पहले मतदाता सूची संशोधित हो जाए।

भाजपा ने कहा- ऐसा हुआ तो राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करेंगे

भाजपा का मानना है कि मुख्यमंत्री राव तय समय से पहले चुनाव में नहीं जाएंगे। भाजपा प्रवक्ता कृष्णा सागर राव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अभी सरकार के 8 महीने बचे हैं, ऐसे में तय समय से पहले चुनाव में जाने की राव नहीं सोचेंगे। हालांकि, साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर राव ऐसा करते हैं तो वो राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करेंगे क्योंकि भाजपा तो पहले से ही देश में समानांतर चुनाव चाहती है।

अमित शाह कर चुके हैं आगाह

सूत्रों की मानें तो भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में अपने पार्टी नेताओं से तेलंगाना में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत तक होने की बात कही थी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से तय वक्त से पहले चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा था।  

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