प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्‍यमंत्रियों से की अपील, CBSE की तरह छात्रों के हित में फैसला लें राज्यों के बोर्ड

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्‍यमंत्रियों से राज्य बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के संबंध में छात्र हितैषी फैसला लेने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि राज्य सरकारों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई की तरह 12वीं कक्षा की परीक्षा के संदर्भ में छात्र हितैषी फैसला करना चाहिए।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 02 Jun 2021 05:26 PM (IST) Updated:Wed, 02 Jun 2021 05:43 PM (IST)
प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्‍यमंत्रियों से की अपील, CBSE की तरह छात्रों के हित में फैसला लें राज्यों के बोर्ड
प्रियंका गांधी ने मुख्‍यमंत्रियों से राज्य बोर्ड की 12वीं की परीक्षा को लेकर छात्र हितैषी फैसला लेने की अपील की।

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों से राज्य बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के संबंध में 'छात्र हितैषी' फैसला लेने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि राज्य सरकारों एवं प्रादेशिक शिक्षा बोर्डों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई (CBSE) की तरह 12वीं कक्षा की परीक्षा कराने के संदर्भ में छात्र हितैषी फैसला करना चाहिए।  

उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि सीबीएसई (CBSE) की तरह राज्यों के बोर्डों को भी छात्रों, अभिवावकों, शिक्षकों की बात सुनकर 12वीं की परीक्षा के संदर्भ में छात्र-हितैषी फैसला करना चाहिए। मेरी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, शिक्षा मंत्रियों से अपील है कि अपने निर्णयों में छात्रों की आवाज, उनके स्वास्थ्य की रक्षा को महत्व दें। 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण सीबीएसई की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद किए जाने के बाद मंगलवार को छात्रों को बधाई दी थी। उन्‍होंने कहा था कि उनकी आवाज आखिरकार सुनी गई।

मालूम हो कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए केंद सरकार ने मंगलवार को सीबीएसई की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद करने का फैसला लिया था। यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक के बाद लिया गया। अब तक सीबीएसई, सीआईएससीई के साथ साथ हरियाणा, मध्‍य प्रदेश, गुजरात समेत कई राज्यों में 12वीं बोर्ड परीक्षाएं रद की जा चुकी है। बाकी बचे राज्य भी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर जल्द फैसला ले सकते हैं।

मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कहा कि राज्‍य में 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं इस बार आयोजित नहीं की जाएंगी। बच्चों का जीवन हमारे लिए अनमोल है। जब पूरा देश और राज्य कोरोना को प्रकोप झेल रहा है ऐसे में बच्चों पर परीक्षा का मानसिक बोझ उचित नहीं है। 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं नहीं कराने का फैसला पहले ही किया गया था। मध्‍य प्रदेश में अब आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा। अगर 12 वीं का कोई बच्चा बेहतर परिणाम के लिए परीक्षा देना चाहेगा तो विकल्प खुला रहेगा...

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