जनता मेरी मालिक है, पाई-पाई का हिसाब देना मेरा दायित्‍व बनता है : प्रधानमंत्री

सांसद के रूप में चार साल तक अपने किए काम का हिसाब देने के लिए जिम्‍मेदार हूं, जनता मेरी मालिक है, इसीलिए पाई -पाई का हिसाब देना मेरा दायित्‍व बनता है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 01:02 PM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 01:16 PM (IST)
जनता मेरी मालिक है, पाई-पाई का हिसाब देना मेरा दायित्‍व बनता है : प्रधानमंत्री
जनता मेरी मालिक है, पाई-पाई का हिसाब देना मेरा दायित्‍व बनता है : प्रधानमंत्री

वाराणसी (जेएनएन) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को वाराणसी में बीएचयू स्थित एंफीथिएटर मैदान में जनसभा को संबोधित करने के दौरान चार वर्षों का लेखा जोखा भी पेश किया। उनहोंने सरकार की सभी काशी में योजनाओं को न सिर्फ साझा किया बल्कि भविष्‍य की रूपरेखा को भी प्रस्‍तुत कर भविष्‍य के काशी का खाका भी पेश किया। बोले केि सांसद के रूप में आपको अपने काम का हिसाब देने के लिए जिम्‍मेदार हूं, आज चार सालों में जो भी काम किया उसकी छोटी सी झलक दिखाई है। जनता मेरी मालिक है, इसीलिए पाई -पाई का हिसाब देना मेरा दायित्‍व बनता है। 

पीएम ने काशी से जोड़ा नाता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोजपुरी में कहा कि- हमरे काशी के लोग हमें इतना प्‍यार देलन कि मन गदगद हो जाला। आप लोगन का बेटा हई समय निकाल बार बार काशी आवे क मन करेला।

इसके बाद उन्‍होंने हर हर महादेव का उदघोष किया। बोले मेरे लिए सौभाग्‍य की बात है कि देश के लिए समर्पित एक और वर्ष की शुरुआत मैं बाबा विश्‍वनाथ और मां गंगा के आशीष से कर रहा हूं। साढे पांच सौ करोड रुपये से ज्‍यादा रकम के प्रोजैक्‍ट का या तो लोकार्षण हुआ है या फ‍िर शिलान्‍यास आज हुआ है। विकास के कार्य बनारस शहर ही नहीं बल्कि आस पास के गांवों से भी जुडे़ हैं। इनमें बिजली पानी जैसी मूलभूत आवश्‍यकताओं से जुडी परियोजनाएं तो हैं ही साथ में किसानों बुनकरों और शिल्‍पकारों को नए अवसर से जोडने वाले प्रोजेक्‍ट भी शामिल हैं।

बीएचयू बनेगा नॉलेज सेंटर

बीएचयू पर पीएम ने कहा कि- बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय को 21 वीं सदी का महत्‍वपूर्ण नॉलेज सेंटर बनाने के लिए भी कई प्रोजेक्‍ट की शुरुआत की गई है। इन परियोजनाओं के लिए मैं बनारस के लोगों को बहुत बधाई देता हूं। मैं जब भी आपके बीच आता हूं तो एक बात जरूर याद दिलाता हूं हम काशी में जो भी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं उसकी परंपराओं को संजाेते हुए पौराणिकाता को बचाते हुए किया जा रहा है। बीएचयू में बना आधुनिक ट्रामा सेंटर हजारों लोगों के जीवन काे बचाने का काम कर रहा है। बनारस में बन रहे नए कैंसर हास्पिटल, सुपर स्‍पेशिएलिटी अस्‍पताल इलाज में बडी भूमिका निभाने वाले हैं। अब आंखों की गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज होगा। बीएचयू अब उच्‍चस्‍तर के डाक्‍टरों को भी तैयार करेगा साथ ही रिसर्च भी करेगा। बनारस में पहले से जो अस्‍पताल मौजूद हैं उनकी भी सुध ली गई है। निजी क्षेत्र को भी यहां अस्‍पताल खोलने के लिए प्रोत्‍साहित किया जा रहा है। अनंत काल से शहर की पहचान को सुरक्षित करते हुए आधुनिक व्‍यवस्‍थाओं काे लाया जा रहा है। चार वर्ष पहले जब काशी वासी बदलाव को लेकर निकले थे तब से आज अंतर दिखता है। आपतो उस व्‍यवव्‍था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को भोले के भरोसे छोड दिया गया था। आज संतोष है कि बाबा के आशीर्वाद से हम वाराणसी को विकास की नई दिशा देने में सफल हुए हैं। वरना वर्षों पहले के वो भी दिन थे जब काशी की पस्‍त व्‍यवस्‍थाओं को देखकर यहां आने वाले व्‍यक्ति का मन उदास हो जाता था। बिजली के तारों के जाल की तरह यह शहर भी अपनी अव्‍यवस्‍थाओं में उलझा हुआ था। मैंने ठाना था कि काशी की चौतरफा अव्‍यवस्‍था को चौतरफा विकास में बदलना है। आज काशी में हर दिशा में परिवर्तन हो रहा है। शिक्षा, मेडिकल, ट्रांसपोर्ट सभी का विकास किया जा रहा है। आज काशी एलईडी की रोशनी से जगमगा रही है। शहर की सडकों पररात में भी मां गंगा का प्रवाह सा दिखता है। एलईडी से बिजली के बिल में भी कमी आई है। नगर निगम ने एलईडी बल्‍ब लगने के बाद काफी बचत की। चार वर्ष पहले जो काशी आया थ वो आज काशी को देखता है तो उसे नई सडकों का विस्‍तार होता दिखता है।

काम दबे थे फाइलों में

वर्षों से बनारस में रिंग रोड की चर्चा हो रही थी लेकिन इसका काम फाइलों में दबा था। 2014 में सरकार बनने के बाद रिंगरोड की फाइल को फ‍िर से निकाला गया। लेकिन यूपी ने पहले की सरकार ने इस प्रोजेक्‍ट में गति नहीं आने दी। जैसे ही आप सबने योगी जी की सरकार बनाई तो तब ये काम तेजी से पूरा किया जा रहा है वो भी तेजी से। गंगा पर पुल भी बनाया जाएगा जिससे बनारस में आने वाले पर्यटकों की संख्‍या भी बढ़े। काशी रिंग रोड के निर्माण से काशी ही नही आस पास के जिलों को भी लाभ होने वाला है। ब‍िहार, नेपाल, झारखंड, मध्‍यप्रदेश वहां जाने के लिए यहां से निकली सडकों का बहुत महत्‍व है। वाराणसी के भीतर और वाराणसी को दूसरे राज्‍यों से जोड़ने वाली सडकों का विस्‍तार किया जा रहा है। बनारस के भीतर हजारों रुपये की अनेक सडक परियोजनाएं चल रही हैं। महमूरगंज से मंडुआडीह आने में पहले दिक्‍कत होती थी मगर अब मंडुआडीह फलाईओवर का काम भी पूरा हो गया। गंगा नदी पर बने सामने घाट के पुल के पूरा होने पर रामनगर आना जाना आसान हुआ है। कई दशकों तक अंधरापुल को चौडा करने का काम अटका था लेनिक इस काम को भी हमने पूरा किया। वाराणसी में हो रहे विकास के गवाह हवाई जहाज से बनारस आने वाले लोगों और पर्यटकों की संख्‍या में लगातार बढोतरी हो रही है। बाबतपुर एयरपोर्ट पर अब 21 लाख लोग आने लगे हैं चार साल पहले चार लाख लोग आते थे। बनारस में मल्‍टीमॉडल टर्मिनल का काम पूरा होते ही और विकास होगा इससे सडक रेल और जल परिवहन तीनों की कनेक्टिविटी बढेगी जिसका लाभ यहां के व्‍यापार पर पडेगा।

पीएम ने जताई खुशी

सोशल मीडिया पर जब लोगों को खुशी में वाराणसी कैंट स्‍टेशन की फोटो पोस्‍ट करते देखता हूं तो मेरी प्रसन्‍नता दोगुनी हो जाती है। यहां पर सभी स्‍टेशनों को आधुनिक बनाने का काम किया गया है। रेल से आने वाले यात्रियों को यहां स्‍टेशन पर ही अब नई काशी की तस्‍वीर नजर आती है। वाराणसी से अनेक नई गाडियों की शुरुआत पिछले चार सालों में की गई है। महामना एक्‍सप्रेस आदि सुविधाओं वाली ट्रेनों ने सभी का ध्‍यान खींचा है। वाराणसी का रेल संपर्क और मजबूत हुआ है। आज काशी में आना जाना न केवल आसान हो रहा है बल्कि शहर के सौंदर्य पर भी निखार आ गया है। हमारे घाट गंदगी से यात्रियों का स्‍वागत नहीं करते। मां गंगा में क्रूज की सवारी भी होगी। पर्यटन से परिवर्तन का यह अभियान निरंतर जारी है। बीते चार वर्षों से काशी की विरासत को संवारने का काम किया जा रहा है।

विदेशी राजनेताओं को भायी काशी

विदेशी राजनेताओं ने काशी के स्‍वागत को सराहा है। बनाररस के आतिथ्‍य पर अगले वर्ष की शुरुआत में भी दुनिया भर की नजरे होंगी। दुनिया भर से भारतियों का कुंभ काशी में लगने वाला है, सरकार इस पर काम कर रही है लेकिन आपका सहयोग भी जरूरी है। काशी की गली गली नुक्‍कड चौराहे पर बनारस का रस बनारस का रंग बनारस की विरासत नजर आनी चाहिए। सफाई से लेकर आतिथ्‍य सत्‍कार की ऐसी मिसाल बनानी है कि प्रवाासी भारतीय जीवन भर इसे याद रख सकें। प्रवासी भारतीय दिवस पर दुनिया भर के लोग ऐसा अनुभव करके जाएं कि वो हमेशा के लिए काशी से जुड जाएं । स्‍वच्‍छता के मामले में भी काशी ने परिवर्तन देखा है। कूडे के निस्‍तारण के भी ठोस उपाय किए गए हैं। कूडे से खाद बनाने का भी काम किया जा रहा है। मां गंगा की सफाई के लिए गंगोत्री से लेकर गंगा सागर तक एक साथ प्रयास चल रहा है। साथ ही शहरों की गंदगी गंगा में न गिरे इसके लिए प्रबंध किया जा रहा है। इसके लिए अब तक 21 हजार करोड़ की दो सौ से अधिक परियोजनाओं को स्‍वीकृति दी जा चुकी है। शहर भर में हजारों नए सीवर चैंबरों के निर्माण के साथ शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है। पेयजल की व्‍यवस्‍ज्ञा सुधारने के लिए काम जारी है। हजारों घरों में पानी के कनेक्‍शन व मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है। सांसद के रूप्‍ में इन गांवों को विशेष रूप्‍ से नागेपुर गांव के लिए पानी के बउे प्रोजेक्‍ट का लोकार्पण किया गया है। खेल के मैदान, स्‍वरोजगार के केंद्र, खेती के लिए व्‍यवस्‍था, स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अनेक इंतजाम किए गए हैं। 

भाजपा सरकार ने किया काम

भाजपा सरकार विकास के  सभी कार्यों में तेजी लाई है। मैं योगी को आयुष्‍मान भारत से जुडने की बधाई देता हूं। स्‍वास्‍थ्‍य के साथ ही शिक्षा व्‍यवस्‍था को मजबूत करने पर सरकार ने बल दिया। 80 करोड युवाओं से अधिक की शक्ति का ये देश आधुनिक तकनीक में अपनी छाप छोड रहा है। अटल इंक्‍यूबेशन सेंटर यहां स्‍टार्टअप में नया आयाम देगा। किसानों के लिए भी कार्य किया जा रहा है उनकी आय बढाने और वैल्‍यू एडीशन में भी मदद किया जा रहा है। फल सब्जियों के स्‍टोरेज की भी व्‍यवस्‍था की जा रही है। अब इंटरनेशनल राइट मिशन सेंटर का काम भी समाप्ति पर है, भविष्‍य में काशी धान की फसल में भी अग्रणी भूमिका निभाने वाला है। किसानों को खेती के साथ साथ पशु पालन व मधुमक्‍खी पालन के लिए भी प्रोत्‍साहन दिया जा रहा है। आज देश में रिकार्ड मात्रा में अनाज पैदा करने के साथ साथ रिकार्ड मात्रा में शहद भी पैदा कर रहा है। वाराणसी के हथकरघा, हस्‍तकला को नई तकनीक देने और बाजार से जोडने के लिए ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर काे खोला गया। कुम्‍हारों को भी तकनीक की ताकत दी जा रही है। मिटटी गूथने, सुखाने की मशीन के साथ ही आधुनिक चाक मशीन दी जा रही है। काशी के घरों में पाइप से कुकिंग गैस पहुंच रही है। इसके लिए इलाहाबाद से बनारस तक पाइप लाइन बिछाई गई है। इस समय बनारस में 8000 घरों तक पाइप लाइन वाली गैस पहुंच चुकी है। उजज्‍वला योजना के तहत दिए गए 60 हजार से ज्‍यादा गैस कनेक्‍शनों ने भी महिलाओं के जीवन को आसान बनाने का काम किया है। सबका साथ सबका विकास के साथ एक नए सोच के साथ भविष्‍य तय कर रहा हूं। इंफ्रा रूट्रक्‍चर के नए प्रोजेक्‍ट पर काम चल रहा है। बनारस के विकास ने यहां के उद्यमियों के लिए भी व्‍यापार के नए अवसर खोल दिए हैं। नई काशी, नए भारत के निर्माण में आगे बढकर अपना योगदान दीजिए। सांसद के रूप में आपको अपने काम का हिसाब देने के लिए जिम्‍मेदार हूं, आज चार सालों में जो भी काम किया उसकी छोटी सी झलक दिखाई है। जनता मेरी मालिक है इसीलिए पाई -पाई का हिसाब देना मेरा दायित्‍व बनता है। 

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