देश के लिए खतरा है Fake News, पीएम मोदी बोले- सोशल मीडिया पर कुछ भी शेयर करने से पहले तथ्यों को जांचें

सूरजकुंड में आयोजित गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में पीएम मोदी ने कहा कि फर्जी खबरें देश में तूफान तक ला देती हैं। लोगों को जागरुक करते हुए पीएम ने कहा कि सोशल मीडिया पर शेयर करने से पहले तथ्यों की जांच करनी चाहिए।

By Mahen KhannaEdited By: Publish:Fri, 28 Oct 2022 02:40 PM (IST) Updated:Fri, 28 Oct 2022 03:17 PM (IST)
देश के लिए खतरा है Fake News, पीएम मोदी बोले- सोशल मीडिया पर कुछ भी शेयर करने से पहले तथ्यों को जांचें
पीएम ने फर्जी खबरों के खिलाफ जागरूकता पैदा करने को कहा।

नई दिल्ली, एजेंसी। गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM modi on fake News) ने आज फर्जी खबरों के खिलाफ जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया को कम करके नहीं आंका जा सकता है और एक छोटी सी फेक न्यूज देश में बड़ा बवाल मचा सकती है। पीएम ने आरक्षण को लेकर देश में फैलाए गए भ्रम का भी इस दौरान जिक्र किया। पीएम ने कहा कि आरक्षण को फैलाई गई फर्जी खबर से देश को नुकसान हुआ था। पीएम ने इसी के साथ लोगों से खास अपील करते हुए सोशल मीडिया पर संदेश साझा करने से पहले तथ्यों की जांच करने को कहा है।

गलत खबर तूफान ला सकती है

हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित गृह मंत्रियों के 'चिंतन शिविर' (Chintan Shivir in Surajkundको संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कानून का पालन करने वाले नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों के लिए नकारात्मक ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हमारी जिम्मेदारी है। फर्जी समाचार देशभर में एक तूफान ला सकती है। पीएम ने आगे कहा कि हमें लोगों को कुछ भी फॉरवर्ड करने से पहले सोचना होगा, विश्वास करने से पहले सत्यापित करना होगा।

लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए

पीएम ने कहा कि संदेशों को फॉरवर्ड करने से पहले उन्हें सत्यापित करने के लिए सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध विभिन्न तंत्रों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि फर्जी खबरों की तथ्यों की जांच जरूरी है। प्रौद्योगिकी इसमें एक बड़ी भूमिका निभाती है। लोगों को संदेशों को फॉरवर्ड करने से पहले उन्हें सत्यापित करने के तंत्र से अवगत कराया जाना चाहिए।

आरक्षण के मुद्दे पर फर्जी खबरों से देश को हुआ नुकसान

प्रधानमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया को सूचना के स्रोत तक सीमित नहीं रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस दौरान देश में आरक्षण के मुद्दे पर फैलाए गए भ्रम का जिक्र करते हुए कहा कि उससे देश को नुकसान उठाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी भी मैसेज को फॉरवर्ड करने से पहले लोगों को 10 बार सोचना चाहिए।

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