20 घंटे सफर में, 24 घंटे में दस कार्यक्रम; मोदी ने दावोस में बिताई सिर्फ एक रात

दावोस से लौटने के बाद भी पीएम मोदी कैबिनेट बैठक, द्विपक्षीय वार्ता व अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए।

By Kishor JoshiEdited By: Publish:Wed, 24 Jan 2018 08:08 PM (IST) Updated:Wed, 24 Jan 2018 11:03 PM (IST)
20 घंटे सफर में, 24 घंटे में दस कार्यक्रम; मोदी ने दावोस में बिताई सिर्फ एक रात
20 घंटे सफर में, 24 घंटे में दस कार्यक्रम; मोदी ने दावोस में बिताई सिर्फ एक रात

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। दिल्ली से दावोस( स्विटजरलैंड) का लगभग ग्यारह घंटे का सफर, उतरते ही अगले आधे घंटे में बैठकों व कार्यक्रमों का दौर शुरू। दावोस में बिताए गए लगभग चौबीस घंटों में करीब दस कार्यक्रम निपटाकर वापस स्वदेश रवाना। दोबारा 11 घंटे का सफर और दिल्ली उतरते ही बैठकों का दौर शुरू।

बात यहीं खत्म नहीं होती है। अगले दस बारह घंटों में आसियान के तीन देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाई प्रोफाइल विदेश दौरों की व्यस्त दिनचर्या और रात का अधिकतर वक्त सफर में गुजारने की परंपरा बरकरार है।

22 जनवरी की सुबह दावोस के लिए रवाना हुए थे पीएम मोदी

व‌र्ल्ड इकोनोमिक फोरम में बीस साल बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री ने हिस्सा लिया था। जाहिर है कि इसका खास मकसद था। मोदी ने भी उतना ही वक्त गुजारा जितनी जरूरत थी। गौरतलब है कि वह 22 जनवरी को सुबह नौ बजे दिल्ली से स्विटजरलैंड के लिए रवाना हुए थे। ज्यूरिख पहुंचने के बाद मोदी ने वहां से दावोस की दो घंटे की सड़क यात्रा की और वहां पहुंचने के कुछ ही मिनटों बाद वह स्विटजरलैंड के प्रेसिडेंट एलने ब्रेसट से मुलाकात की। थोड़ी देर बाद भारतीयों की तरफ से दिए गए स्वागत समारोह में हिस्सा लिया और इसके कुछ ही मिनट बाद दुनिया की दिग्गज कंपनियों के साथ आयोजित खास रात्रि भोज में हिस्सा लिया। इसमें उन्होंने इन सीईओ को भारत में निवेश करने के लिए खास तौर पर आमंत्रित किया।

 

पीएम किसी देश में तभी रात गुजारते हैं जब  हो कोई आधिकारिक कार्यक्रम

अगले दिन सुबह 11 बजे उन्होंने फोरम की बैठक मे उद्घाटन भाषण दिया। तत्काल बाद चार देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकों का कार्यक्रम था। वह खत्म हुआ तो तीन दिग्गज कंपनियों के सीईओ के साथ अलग अलग मुलाकात तय थी। इन तीनों कंपनियों की भारत में निवेश की महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। साथ ही एक अंतरराष्ट्रीय बिजनेस काउंसिल के साथ लंच में भी शामिल हुए। वहां से वह दावोस से ज्यूरिख के लिए रवाना हुए और स्विटजरलैंड टाइम के अनुसार 4.30 शाम को एअर इंडिया वन ने नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी। सुबह 4.30 पर वह पालम उतर चुके थे। ध्यान रहे कि मोदी तभी किसी देश में रात गुजारते हैं जब दूसरे दिन सुबह ही कोई कार्यक्रम हो, वरना रात का वक्त वह सफर में निकालते हैं।

 

दिल्ली पहुंचने पर भी कई कार्यक्रमों/बैठकों में शामिल हुए पीएम

 एक दिन बाद गणतंत्र दिवस है जिसमें दस आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष आ रहे हैं। जाहिर है कि 48 घंटे की थकाऊ यात्रा के बाद भी अगला दो दिन उनके लिए व्यस्त रहने वाला है। दिल्ली पहुंचने के बाद सुबह 10 बजे पीएम ने कैबिनेट की बैठक ली। दोपहर बाद साहसिक बच्चों को पुरस्कार देने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लिया। तब तक देश में आसियान बैठक में शामिल होने के लिए इन देशों के राष्ट्राध्यक्ष नई दिल्ली पहुंचने लगे।

रात्रि के सात बजे से दस बजे के बीच पीएम मोदी की म्यांमार के स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की, विएतनाम के पीएम नुएन शुनफुक, फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो रोवा दुर्तेतो के साथ द्विपक्षीय बैठक की। गुरुवार को भी उनके शेष सात देशों के नेताओं के साथ अलग अलग द्विपक्षीय बैठकें होंगी। जबकि एक बैठक ऐसी होगी जिसमें सभी नेता सम्मिलित रहेंगे।

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