अब पाक के लिए कश्मीर पर दुष्प्रचार ही बना अंतिम सहारा, भारत ने अपनाई संयम बरतने की कूटनीति

विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच हुई टेलीफोन वार्ता को इस तरह से पेश किया गया है जैसे रुस ने पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया हो।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 14 Aug 2019 09:03 PM (IST) Updated:Wed, 14 Aug 2019 09:03 PM (IST)
अब पाक के लिए कश्मीर पर दुष्प्रचार ही बना अंतिम सहारा, भारत ने अपनाई संयम बरतने की कूटनीति
अब पाक के लिए कश्मीर पर दुष्प्रचार ही बना अंतिम सहारा, भारत ने अपनाई संयम बरतने की कूटनीति

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। कश्मीर पर दुष्प्रचार करना पाकिस्तान की कूटनीति का हमेशा से हिस्सा रहा है, लेकिन धारा 370 को समाप्त करने के भारत के फैसले के बाद यह कूटनीति पूरे शबाब पर है। हालत यह है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से लेकर वहां की सेना तक कश्मीर के हालात को लेकर भारत के खिलाफ जबरदस्त झूठा अभियान चालू कर दिया है।

पाकिस्तान के हुक्मरानों को जैसे-जैसे यह पता चल रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में धारा 370 पर उनके रोने धोने का कोई असर नहीं पड़ रहा वैसे वैसे उनका दुष्प्रचार भी बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री की दूसरे विदेश मंत्रियों के साथ होने वाली बातचीत की सूचना भी तोड़ मरोड़ कर दी जा रही है।

पाकिस्तान सेना के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से कश्मीर पर झूठी खबरें प्रसारित की जा रही है। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता सोशल मीडिया के जरिए इस तरह का माहौल पेश करने की कोशिश कर रहे हैं जैसे दोनों देशों के बीच अब युद्ध की स्थिति बन चुकी है और युद्ध अवश्यमभावी हो गया है।

बुधवार को पाक सेना के प्रवक्ता ने बेहद उकसाने वाला ट्वीट किया कि कश्मीर पर कोई समझौता नहीं होगा..कश्मीर के लिए पाकिस्तान की सेना हर दायित्व निभाने को तैयार है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, 'पाकिस्तान सेना की तरफ से जो झूठ प्रचार किया जा रहा है वह उसकी सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। वह दुनिया के सामने यह तस्वीर पेश करने की कोशिश कर रहा है कि हालात बहुत खराब हो चुके हैं। यह जमीनी हकीकत से काफी दूर है।' दूसरी तरफ भारत शुरु से ही बेहद नपे तुले अंदाज में संयम के साथ इसका जवाब दे रहा है।

बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के दुष्प्रचार की कलई तब एक बार और खुली जब विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के बीच हुई टेलीफोन वार्ता की प्रेस रिलीज जारी की गई। पाकिस्तान की तरफ से जारी रिलीज में इस वार्ता को इस तरह से पेश किया गया है जैसे रुस ने पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया हो।

दूसरी तरफ रूस के विदेश मंत्रालय के रिलीज से साफ है कि कश्मीर पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है और वह दोनो देशों को आपसी बातचीत से मसले को सुलझाने को कह रहा है।

सनद रहे कि कुरैशी ने जब पिछले दिनों चीन की यात्रा की थी तब भी कई तरह का झूठ चलाया था। उनकी बहुत किरकिरी हुई थी जब उन्होंने चीन के होटल के कर्मचारियों से हाथ मिलाते हुए फोटो खिंचवाये थे और इसे पाकिस्तान में इस तरह से पेश किया गया था जैसे चीन के अधिकारी उनका स्वागत कर रहे हों।

इमरान खान सरकार के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद कश्मीर पर झूठी तस्वीरों को भी अपने सोशल मीडिया एकाउंट से साझा कर रहे हैं।

सनद रहे कि भारतीय प्रशासन ने दो दर्जन पाकिस्तान आधारित ऐसे ट्विटर हैंडल की पहचान की है जो कश्मीर पर दुष्प्रचार को चलाने में जुटे हैं। इनका खुलासा समय-समय पर जम्मू व कश्मीर सरकार की तरफ से भी किया जा रहा है।

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