IRCTC Scam: राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव को बड़ी राहत, कोर्ट ने दी नियमित जमानत

राष्ट्रीय जनता दल के अध्‍यक्ष लालू प्रसाद, उनकी पत्‍नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्‍वी यादव को कोर्ट ने पेश होने के लिए समन जारी किया था।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 06 Oct 2018 10:15 AM (IST) Updated:Sat, 06 Oct 2018 10:48 AM (IST)
IRCTC Scam: राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव को बड़ी राहत, कोर्ट ने दी नियमित जमानत
IRCTC Scam: राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव को बड़ी राहत, कोर्ट ने दी नियमित जमानत

नई दिल्ली (जेएनएन)। IRCTC होटल घोटाला मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में शनिवार को सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपस्थित अन्य आरोपियों को नियमित जमानत दे दी। सभी को एक लाख रुपये के निजि बॉन्ड पर जमानत दी गई है। 

वहीं, इस मामले में अन्य आरोपी RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की जमानत पर कोर्ट ने 19 नवंबर को तारीख तय की है। इस तारीख पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई होगी। 

इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और अन्य आरोपियों की जमानत का विरोध किया। सीबीआइ ने कहा था कि नियमित जमानत से जांच प्रभावित होगी, लेकिन कोर्ट ने तर्कों को खारिज करते हुए सभी को जमानत दे दी।

इससे पहले शनिवार को सुबह राबड़ी देवी और बेटे तेजस्‍वी यादव दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचे। इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल के अध्‍यक्ष लालू प्रसाद, उनकी पत्‍नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्‍वी यादव को कोर्ट ने पेश होने के लिए समन जारी किया था। हालांकि, शनिवार को होने वाली सुनवाई में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भी पहुंचना था, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी वजहों से उपस्थित नहीं हुए।

इन तीनों (लालू प्रसाद यादव, राबड़ी यादव  और तेजस्वी यादव) को आरोपी के तौर पर शनिवार (6 अक्टूबर) को पेश होना था। बता दें कि पूरा मामला IRCTC के दो होटलों से जुड़ा है। आरोप है कि इन होटलों की देखभाल की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दिए जाने में नियमितताएं हुई थीं।

आइआरसीटीसी घोटाले में ऐसे फंसे लालू प्रसाद व उनके परिजन

- वर्ष 2006 में रेलवे ने रांची व पुरी स्थित अपने हेरिटेज बीएनआर के दो होटलों का टेंडर निकाला।

- आरोप है कि इस कांट्रैक्ट के बदले लंबे समय तक रेलवे के दो हेरिटेज होटलों को लीज पर लेने वाले विनय कोचर व विजय कोचर ने पटना के बेली रोड स्थित अपनी दो एकड़ जमीन डिलाइट ग्रुप को सौंप दी।

- डिलाइट ग्रुप की कंपनी राजद के राज्यसभा सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की है।


- सीबीआइ का आरोप है कि पटना के बेली रोड स्थित यह दो एकड़ जमीन का बाजार मूल्य 32 करोड़ या उससे भी अधिक है।

- लेकिन डिलाइट ग्रुप की मालकिन सरला गुप्ता को यह जमीन केवल 65 लाख रुपये में दे दी गई।

- 2011 में डिलाइट ग्रुप के शेयर लालू प्रसाद के परिजनों को दे दिए गए।

- 2014 में लालू प्रसाद के परिजनों को डिलाइट ग्रुप का मालिकाना हक मिल गया।

- 6 फरवरी, 2014 को लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव और छोटे पुत्र तेजस्वी यादव इस कंपनी के डायरेक्टर बनाए गए।

- 26 जून, 2014 को लालू प्रसाद व राबड़ी देवी की बेटी चंदा भी इस कंपनी की डायरेक्टर बनाई गई।

- फिर 5 अगस्त, 2014 को लालू-राबड़ी की अन्य बेटी रागिनी को भी डिलाइट ग्रुप का डायरेक्टर बनाया गया।

- 14 फरवरी, 2017 को डिलाइट ग्रुप का नाम बदलकर लारा कर दिया गया।

- लारा प्रोजेक्ट कंपनी में पहले लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, और बेटे तेजस्वी यादव का नाम था।

- बाद में लालू ने इस कंपनी से अपना नाम हटा लिया।

- सीबीआइ द्वारा लालू व उनके परिजनों के खिलाफ आइआरसीटीसी घोटाले में प्राथमिकी दर्ज करने से पहले कोचर बंधुओं की दी हुई पटना के बेली रोड पर दो एकड़ के इसी भूखंड पर बिहार के सबसे बड़े मॉल का निर्माण चल रहा था।

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