खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य घोषित, सीएसीपी की सिफारिशों को मोदी मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी

स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों पर अमल करते हुए खरीफ की सभी प्रमुख 14 फसलों के समर्थन मूल्य में लागत के मुकाबले 50 फीसद वृद्धि की गई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:16 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:16 PM (IST)
खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य घोषित, सीएसीपी की सिफारिशों को मोदी मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी
खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य घोषित, सीएसीपी की सिफारिशों को मोदी मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मानसून की लगातार दूसरी बार अच्छी बारिश के पूर्वानुमानों के बीच चालू खरीफ सीजन की प्रमुख फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा कर दी गई। धान के समर्थन मूल्य में पिछले साल के मुकाबले 53 रुपये प्रति क्ंिवटल की वृद्धि की घोषणा की गई है। अन्य सभी दलहनी व तिलहनी फसलों के समर्थन मूल्य में उनकी खेती की लागत के मुकाबले न्यूनतम 50 फीसद या उससे अधिक की वृद्धि की गई है। उड़द में 300 और अरहर के एमएसपी में 200 रुपये प्रति क्ंिवटल की वृद्धि की गई है।

मोदी कैबिनेट ने दी खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य को मंजूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में चालू फसल वर्ष 2020-21 के खरीफ सीजन वाली फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देने आए केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि कृषि लागत व मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार प तैयार मसौदे पर मंत्रिमंडल ने मुहर लगाई।

स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों पर अमल, एमएसपी में लागत के मुकाबले 50 फीसद की वृद्धि

स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों पर अमल करते हुए खरीफ की सभी प्रमुख 14 फसलों के समर्थन मूल्य में लागत के मुकाबले 50 फीसद वृद्धि की गई है। धान का एमएसपी पिछले साल के 1815 रुपये के मुकाबले 53 रुपये बढ़ाकर 1868 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है।

बरसात सामान्य के मुकाबले अधिक होने से खरीफ फसलों की शानदार पैदावर होने का अनुमान

खरीफ फसलों की खेती उत्तरी पश्चिमी मानसून के सक्रिय होने के साथ ही शुरु हो जाती है। चालू मानसून सीजन में झमाझम बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि इस सीजन में बरसात सामान्य के मुकाबले अधिक होगी। इससे खरीफ सीजन के शानदार होने का अनुमान है। पिछले साल भी मानसून बहुत अच्छा रहा है। घोषित एमएसपी में ज्वार का 2550 रुपये से बढ़ाकर 2620 रुपये कर दिया गया है। जबकि बाजरे का एमएसपी पिछले साल के 2000 रुपये क्विंटल के मुकाबले 2150 रुपये हो गया है।

सीएसीपी की सिफारिशों को मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी

सीएसीपी की सिफारिशों को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। इसके मुताबिक रागी का समर्थन मूल्य पिछले साल 3150 रुपये से बढ़ाकर 3295 रुपये कर दिया गया है। मक्का 1760 रुपये से बढ़ाकर 1850 रुपये प्रति क्ंिवटल कर दिया गया है। दलहन फसलों में अरहर 5800 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये क्विंटल कर दिया गया है जबकि मूंग 7050 रुपये प्रति क्ंिवटल से बढ़ाकर 7196 रुपये कर दिया गया है। उड़द के एमएसपी में 300 रुपये की वृद्धि कर 6000 रुपये कर दिया गया है।

तिल का मूल्य 6485 रुपये से बढ़ाकर 6855 रुपये प्रति क्विंटल हो गया

तिलहनी फसलों में मूंगफली का समर्थन मूल्य 5090 रुपये से बढ़ाकर 5275 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सूरजमुखी के मूल्य में 235 रुपये की वृद्धि की गई है, जो 5650 रुपये से बढ़ाकर 5885 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सोयाबीन के मूल्य 170 रुपये की वृद्धि कर एमएसपी 3880 रुपये प्रति क्विंटल किया गया। तिल का मूल्य 6485 रुपये से बढ़ाकर 6855 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।

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