राहुल गांधी के न आने से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की कृषि कानून के खिलाफ ट्रैक्टर रैली हो गई फेल

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का समय नहीं मिलने के कारण छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली फेल हो गई है। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून का विरोध प्रस्तावित था। राहुल गांधी का समय मिलने के बाद ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया जाएगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sat, 07 Nov 2020 10:33 PM (IST) Updated:Sat, 07 Nov 2020 10:33 PM (IST)
राहुल गांधी के न आने से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की कृषि कानून के खिलाफ ट्रैक्टर रैली हो गई फेल
राहुल गांधी का समय मिलने के बाद ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया जाएगा।

रायपुर, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का समय नहीं मिलने के कारण छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली फेल हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सात नवंबर को ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था। इसमें केंद्र सरकार के तीन कृषि कानून का विरोध प्रस्तावित था।

20 लाख किसानों के हस्ताक्षर का लक्ष्य

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि रैली के कार्यक्रम को स्थगित किया गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी कृषि कानून के खिलाफ प्रदेश भर में किसानों से हस्ताक्षर करा रही है। 20 लाख किसानों के हस्ताक्षर का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन अब तक सभी विधानसभा से हस्ताक्षर युक्त पत्र पीसीसी में नहीं पहुंचे हैं। पंजाब और हरियाणा में कांग्रेस ने ट्रैक्टर रैली का आयोजन करके मोदी सरकार के कानून का विरोध किया था। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी का समय मिलने के बाद ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया जाएगा।

राहुल को किसानों की दशा का पता होगा, इसलिए ट्रैक्टर रैली में नहीं आए : कौशिक

वहीं, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ यात्रा पर नहीं आने पर तंज कसा है। कौशिक ने कहा कि राहुल को शायद पता होगा कि छत्तीसगढ़ में किसानों की क्या दशा है। यही कारण है कि वो अपनी प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली में नहीं आए। प्रदेश में लगातार किसानों की आत्महत्या की घटनाएं और हो रहे विरोध से उन्होंने अपनी यात्रा को स्थगित कर दिया है।

भाजपा नेता कौशिक ने कहा- कांग्रेस के पास नहीं है किसान हितैषी योजना

नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो के मुताबित एक साल के भीतर 233 किसानों और खेतिहरों की आत्यहत्या के मामले सामने आए हैं। हर दूसरे दिन एक किसान आत्महत्या को विवश है, जो चिंताजनक है। साथ ही दो महीने में चार किसानों ने दुर्ग, भिलाई व अभनपुर इलाके में आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की है। कौशिक ने कहा कि प्रदेश में किसान के सहारे सत्ता में आई कांग्रेस के पास कोई किसान हितैषी योजना नहीं है।

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