दिग्विजय बोले, सोनिया को पत्र लिखकर मीडिया में लीक करना सही नहीं, छह माह में मिलेगा नया अध्यक्ष

प्रतिनिधि कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन पर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को कुछ वरिष्ठ नेताओं ने जो पत्र लिखा वह ठीक नहीं है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 26 Aug 2020 07:19 PM (IST) Updated:Thu, 27 Aug 2020 04:48 AM (IST)
दिग्विजय बोले, सोनिया को पत्र लिखकर मीडिया में लीक करना सही नहीं, छह माह में मिलेगा नया अध्यक्ष
दिग्विजय बोले, सोनिया को पत्र लिखकर मीडिया में लीक करना सही नहीं, छह माह में मिलेगा नया अध्यक्ष

जबलपुर, जेएनएन। प्रतिनिधि कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर उपजे ताजा विवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को कुछ वरिष्ठ नेताओं ने जो पत्र लिखा वह ठीक नहीं है। इनमें से पांच नेता कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य हैं। वे सीधे ही चर्चा कर सकते थे। इसका प्राविधान कांग्रेस की कार्यसमिति के संविधान में है लेकिन पत्र लिखकर उसे मीडिया को लीक करना गलत है। दिग्विजय सिंह मंगलवार को यहां संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य नहीं हैं। उन्होंने वह पत्र भी नहीं देखा है। कांग्रेस कार्यसमिति ने अध्यक्ष के लिए निर्णय कर लिया है और अगले छह माह में पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। कोरोना काल में नीट एवं जेईई की परीक्षा लिए जाने के निर्णय पर पूछे गए सवाल के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि अभी कोरोना फैला हुआ है। हमारे देश में कोरोना जांच की सुविधा भी कम है। ऐसे समय ये परीक्षाएं नहीं होनी चाहिए। वे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेंगे।

मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की स्थिति के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा से लोकतंत्र को बचाना है यही हमारा अभियान है। भाजपा विधायकों की खरीद फरोख्त करके सरकार को अस्थिर करती है। जनता कब तक अस्थिरता बर्दाश्त करेगी। भाजपा के सदस्यता अभियान पर दिग्विजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि यह भाजपा का मिस्डकॉल अभियान है। मध्य प्रदेश में सांसद एवं विधायकों को सहकारी संस्थानों में प्रशासक नियुक्त करने का अध्यादेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फायदे के लिए है।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्‍य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने जिन विधायकों को खरीदा था उनमें से वह सभी को मंत्री नहीं बना सकते इसलिए उन्हें समायोजित करने के लिए वे यह अध्यादेश लेकर आए हैं। दिग्विजय सिंह ने बीते दिनों ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग आगामी चुनावों में पार्टी को धोखा देने वालों को सबक सिखाएंगे। मालूम हो कि राज्य में जल्द ही उपचुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच अभी से सियासी बयानबाजियों का सिलसिला शुरू हो गया है।  

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