कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे देश की साझा जंग, राज्यों में तैनात होंगे केंद्रीय अधिकारी

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस से खिलाफ पूरे देश की साझा जंग है और इसमें राज्यों और केंद्र के बीच पूरा समन्वय होना जरूरी है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Wed, 18 Mar 2020 10:50 PM (IST) Updated:Wed, 18 Mar 2020 10:58 PM (IST)
कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे देश की साझा जंग, राज्यों में तैनात होंगे केंद्रीय अधिकारी
कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे देश की साझा जंग, राज्यों में तैनात होंगे केंद्रीय अधिकारी

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना वायरस से लड़ाई में राज्यों के साथ समन्वय के लिए केंद्र सरकार 30 संयुक्त सचिवों को अलग अलग राज्य भेजने जा रही है। दरअसल राज्यों में वह एक नोडल आफिसर की तरह काम करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे राज्य की मांग और केंद्र से आपूर्ति में किसी तरह व्यवधान न खड़ा हो। बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिवों की तैयारी बैठक हुई जिसमें उन्हें उनके काम के बारे में समझाया गया। वहीं कोरोना वायरस की तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने अधिकारियों को कोरोना वायरस से प्रभावित इलाकों से लाये गए यात्रियों को रखे जाने वाले कैंपों का दौरा कर वहीं मूलभूत सुविधाओं का जायजा लेने का आदेश दिया।

केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारियों के तैनाती का फैसला

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस से खिलाफ पूरे देश की साझा जंग है और इसमें राज्यों और केंद्र के बीच पूरा समन्वय होना जरूरी है। लेकिन पिछले कुछ दिनों में देखने आया कि इसमें केंद्र और राज्य सरकारों के कई विभागों के शामिल होने के कारण समन्वय की कमी आ रही है। केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों के साथ संपर्क करने में राज्यों के अधिकारियों की परेशानी भी देखी गई। इसे दूर करने के लिए सरकार ने केंद्र सरकार के 30 संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारियों को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में तैनात करने का फैसला किया।

संयुक्त सचिवों को सौंपी गयी जिम्मेदारी

सूत्रों के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने तैयारी बैठक में संयुक्त सचिव को कोरोना वायरस के खतरे और उससे निपटने की पूरी रणनीति को समझाया और इसके लिए राज्यों में जरूरी तैयारियों के बारे में बताया। संयुक्त सचिवों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है कि राज्यों में किसी भी तरह संसाधनों की कमी न होने दी जाएगी। ये अधिकारी ही सुनिश्चित करेंगे कि संसाधन राज्यों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचें। राज्यों ने कोरोना वायरस के मरीजों के लिए इलाज के लिए अलग-थलग बनने वाले वार्डों में जरूरी उपकरणों, स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षा उपकरणों के अलावा बड़ी मात्रा में दवाइयों की जरूरत बताई है।

स्वास्थ्य मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने तैयारियों की समीक्षा के लिए अलग से बैठक की और अधिकारियों को सभी जरूरी उपकरणों, दवाइयों और सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आदेश दिया। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को उन कैंपों का दौरा करने का निर्देश दिया, जिनमें कोरोना के संदिग्ध मरीजों को 14 दिन के लिए रखा गया है। हर्षवर्धन ने कहा कि इन कैंपों में जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित करायी जानी चाहिए।

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