त्रिपुरा में धनबल और बाहुबल के इस्तेमाल से जीती भाजपा : येचुरी

जनादेश को स्वीकार करते हुए येचुरी ने कहा कि भाजपा धनबल के इस्तेमाल से सभी वाम विरोधी तत्वों और पार्टियों को अपने साथ लाने में सफल रही, लेकिन इसमें नैतिकता दूर-दूर तक नहीं थी।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Sat, 03 Mar 2018 08:35 PM (IST) Updated:Sat, 03 Mar 2018 08:35 PM (IST)
त्रिपुरा में धनबल और बाहुबल के इस्तेमाल से जीती भाजपा : येचुरी
त्रिपुरा में धनबल और बाहुबल के इस्तेमाल से जीती भाजपा : येचुरी

नई दिल्ली, आइएएनएस : मा‌र्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने शनिवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल करके त्रिपुरा विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की है। वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने भाजपा पर हर तरह के हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने माना कि त्रिपुरा के परिणाम वाम मोर्चे के लिए 'आघात' हैं।

जनादेश को स्वीकार करते हुए येचुरी ने कहा कि भाजपा धनबल के इस्तेमाल से सभी वाम विरोधी तत्वों और पार्टियों को अपने साथ लाने में सफल रही, लेकिन इसमें नैतिकता दूर-दूर तक नहीं थी। उन्होंने त्रिपुरा के लोगों को चेताते हुए कहा कि चुनावों में धन के इस्तेमाल की वजह से कई प्रतिकूल प्रभाव होंगे। एक के बाद एक कई ट्वीट कर येचुरी ने कहा, 'हम भाजपा और उसके विभाजनकारी एजेंडे का न सिर्फ त्रिपुरा में बल्कि देशभर में विरोध जारी रखेंगे। यह उन सभी के लिए जरूरी है जो भाजपा और आरएसएस के विद्वेषपूर्ण एजेंडे को परास्त करने के लिए भारतीय संविधान के आदर्शो में विश्वास रखते हैं।' उन्होंने आगे कहा, '45 फीसद लोगों ने वाम मोर्चे के पक्ष में मतदान किया है।

हम त्रिपुरा के लोगों को आश्वस्त करते हैं कि माकपा उनके हितों, उनके कल्याण और सबसे महत्वपूर्ण राज्य के आदिवासी और गैर-आदिवासी वर्ग की एकता के लिए लगातार काम करती रहेगी। हमें लगता है कि यह इस पूर्वोत्तर राज्य के लिए ज्यादा अहम है।' येचुरी ने यह भी कहा कि पार्टी राज्य के चुनाव परिणामों का अध्ययन और विश्लेषण करेगी और उसके बाद ही अपने आगे के कदमों पर फैसला करेगी।

भाकपा महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी ने कहा, 'हम त्रिपुरा में इस तरह के परिणामों की अपेक्षा नहीं कर रहे थे। हमें उम्मीद थी कि वाम मोर्चा कम से कम मामूली बहुमत से जीत हासिल कर लेगा। आखिरकार भाजपा ने हथकंडे अपनाए जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।' जब उनसे पूछा गया कि भाजपा ने क्या हथकंडे अपनाए तो उन्होंने दावा किया कि मतदान वाले दिन 11 फीसद ईवीएम काम ही नहीं कर रहे थे जो संदेह पैदा करता है।

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