पीएम मोदी ने नहीं ली बजट सत्र की सैलरी, कट गए 80 हजार रूपये
संसद में हंगामे के चलते काम-काज न होने पर पिछले दिनों ही एनडीए की ओर से संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने अपने सांसदों के वेतन-भत्ते न लेने का ऐलान किया था।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। संसद में काम-काज न होने पर वेतन-भत्ते छोड़ने को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जहां आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, वहीं एनडीए सांसदों के वेतन-भत्ते न लेने के ऐलान पर अमल शुरू हो गया है। बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वेतन से 79,752 रुपए कट गए है। बाकी मंत्रियों और सांसदों के वेतन से भी कटौती की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
दरअसल, संसद में हंगामे के चलते काम-काज न होने पर पिछले दिनों ही एनडीए की ओर से संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने अपने सांसदों के वेतन-भत्ते न लेने का ऐलान किया था। अनंत कुमार ने बुधवार को कहा कि एनडीए के सांसद वर्तमान बजट सत्र के उन 23 दिनों का वेतन नही लेंगे। कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के विरोध प्रदर्शन के कारण संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी। अनंत कुमार ने संसद के दोनों सदनों में हंगामे के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वह लोकतंत्र विरोधी राजनीति कर रही है।
पार्टी लाइन से अलग सुब्रमण्यम स्वामी!
वहीं भाजपा नेता राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं रोज संसद जाता हूं, संसद नहीं चल रही है तो इसमें मेरा क्या दोष है। मैं कैसे कहूं कि सैलरी नहीं लूंगा।