भारत के दौरे पर चीन के रक्षा मंत्री, दिल्‍ली में निर्मला सीतारमण से की मुलाकात

चीन के रक्षा मंत्री अपनी इस यात्रा में 24 सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ भारत यात्रा पर आये है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Thu, 23 Aug 2018 09:50 AM (IST) Updated:Thu, 23 Aug 2018 01:15 PM (IST)
भारत के दौरे पर चीन के रक्षा मंत्री, दिल्‍ली में निर्मला सीतारमण से की मुलाकात
भारत के दौरे पर चीन के रक्षा मंत्री, दिल्‍ली में निर्मला सीतारमण से की मुलाकात

नई दिल्‍ली, जेएनएन। चीन के रक्षा मंत्री भारत के चार दिवसीय दौरे पर हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिल्‍ली के साउथ ब्लॉक पर चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंग की अगवानी की। इसके बाद चीन के रक्षा मंत्री को साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। निर्मला सीतारमण और जनरल वेई फेंग के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता चल रही है।

बताया जा रहा है कि भारत और चीन के बीच आपसी भरोसे का माहौल पैदा करने और भारतीय समकक्ष के साथ आपसी हितों के विभिन्न मसलों पर बात करने के लिए चीन के रक्षा मंत्री और स्टेट काउंसलर वेई फेंग चार दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं। चीन के रक्षा मंत्री की पहली उच्चस्तरीय मुलाकात आज भारत की रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के साथ होनी तय है। इस मुलाकात में सीमा पर दोनों ही देशों के बीच शांति स्थापित करने, दोनों सेनाओं के बीच हॉटलाइन सेवा चालू करने, वार्षिक सैन्य अभ्यास, एलएसी पर विवादों पर निपटने जैसे कई तमाम मुद्दों पर चर्चा होनी है।

पीएम मोदी से मंगलवार को मुलाकात करते हुए चीनी रक्षा मंत्री ने आपसी संबंधों को गहरा करने के बारे में चर्चा की है। रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार चीनी रक्षा मंत्री वेई के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य अप्रैल में प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच वुहान में हुए शिखर सम्मेलन में किए गए निर्णयों को लागू करने के लिए भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान के साथ विचार-विमर्श करना है। शिखर सम्मेलन में मोदी और जिनपिंग ने संबंधों में नया अध्याय शुरू करने की प्रतिबद्धता जताई थी और अपनी सेनाओं को निर्देश दिए थे कि वे सीमा पर समन्वय बढ़ाए। डोकलाम में दोनों देशों की सेनाओं के बीच लंबे समय तक चले गतिरोध के बाद दोनों देशों के प्रमुखों के बीच मुलाकात में यह निर्णय किया गया था।

चीन के रक्षा मंत्री अपनी इस यात्रा में 24 सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ भारत यात्रा पर आये है। इस यात्रा में दोनो ही देशों के बीच कई अहम मसलों पे चर्चा होनी है, जिसमें पहला मुद्दा दोनों देशों के बीच हॉटलाइन की स्थापना करना है। दोनों देशों ने हॉटलाइन की स्थापना की आवश्यकता को मंजूरी 2013 में ही दे दी थी, लेकिन इसके कुछ बिंदुओं को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है। भारतीय सेना का कहना है कि हॉटलाइन डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) और उसके चीनी समकक्ष पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच होनी चाहिए। वही, बीजिंग का प्रस्ताव है कि उसके चेंगदु स्थित पश्चिमी थियेटर कमान के उप कमांडर भारतीय डीजीएमओ से बातचीत करेंगे।

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