ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा, हमारे जैसा दिल ..

हिंदी फिल्म जगत के प्रसिद्ध पा‌र्श्व गायक समेत अन्य भाषाओं में भी अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरने वाले मो. रफी का जन्मदिन प्रशंसकों ने अपने अंदाज में मनाया।

By Edited By: Publish:Wed, 26 Dec 2018 06:51 AM (IST) Updated:Wed, 26 Dec 2018 06:51 AM (IST)
ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा, हमारे जैसा दिल ..
ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा, हमारे जैसा दिल ..

बामड़ा/बंडामुंडा, जेएनएन। हिंदी फिल्म जगत के प्रसिद्ध पा‌र्श्व गायक समेत अन्य भाषाओं में भी अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखरने वाले मो. रफी का जन्मदिन प्रशंसकों ने धूमधाम से मनाया। बामड़ा समेत रेल नगरी बंडामुंडा में आयोजित कार्यक्रमों में प्रशंसकों ने सुरों के शहंशाह रफी के गाये सदाबहार गीत प्रस्तुत कर उनकी याद ताजा कर दी।

सदाबहार गायक मोहम्मद रफी की 94 वीं जयंती पर बामड़ा सुर संध्या आर्केस्ट्रा द्वारा सोमवार शाम को गोबिंदपुर दुर्गा मंडप में कार्यक्रम आयोजित रहा। अंचल के सेवानिवृत्त प्रधान शिक्षक जगन्नाथ प्रसाद चौधरी द्वारा उद्घाटित एवं देर रात तक चले इस कार्यक्रम में स्थानीय गायक अरुण कुमार देव ने ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा, हमारा जैसा दिल कहां मिलेगा.., प्रतिमा साहू और झारसुगुड़ा आरडी विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने बेखुदी में सनम.., गीत गाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। पप्पू सिंह ने भी कई यादगार गाने सुनाए।

मानस विश्वाल और भुवनेश्वर के बुलबुल के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रशांत, लूलू, कृष्णा, सोनू ने वाद्ययंत्रों से साथ दिया। इसी तरह, बंडामुंडा में भी बी सेक्टर स्थित आंबेडकर मैदान में मो. रफी के जन्मदिन पर संगीत कार्यक्रम आयोजित रहा। मुरली गोसांई के संयोजन आयोजित इस कार्यक्रम में अनिल बावरा, गणेश जोशी, एमडी अफरोज, संजय तांती, रंजू महंती, एमडी नासिर, मुरली, उत्तम, घनश्याम, वसंत तांडी, बाबू, मनोरमा, रूबी, राजश्री, आशा वालन आदि ने, जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा.., ढल गया दिन हो गई शाम.., दीवाना हुआ बादल.., ए फूलों की रानी बहारों की मलिका.., समेत मो. रफी के अन्य सदाबहार गीत प्रस्तुत कर समां बांध दिया।

इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि ओम प्रकाश बापोड़िया, सम्मानित अतिथि मनोज भगत, अमिताभ सामल, अफरोज अहमद, बी वार्देस्वर राव, गौरी गुप्ता, रोहित तांती, रमेश बल, शेरू शर्मा, माणिक चौधरी, मनोज अग्रवाल शामिल रहे। उल्लेखनीय है कि 24 दिसंबर 1924 को जन्मे मो. रफी ने अपने 40 साल के फिल्मी सफर में 25000 से ज्यादा गीत गाए तथा अभी भी प्रशंसकों के दिल में बसे हैं।

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