हीराकुद स्टेशन से मिली बालिका अब बालनिकेतन में
हीराकुद रेल स्टेशन में मिली छह वर्षीय बालिका को जिला बाल कल्याण समिति ने छंचानपाली स्थित रुक्मिणी लाठ बाल निकेतन में रहने के लिए भेज दिया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर: हीराकुद रेल स्टेशन में मिली छह वर्षीय बालिका को जिला बाल कल्याण समिति ने छंचानपाली स्थित रुक्मिणी लाठ बालनिकेतन में रहने के लिए भेज दिया है। उसके अभिभावकों का पता लगाने की कोशिश जारी है।
सामाजिक संगठन 'स्वइच्छा' के दिलीप पंडा ने बताया कि सोमवार को संतोष महांती नामक व्यक्ति ने हीराकुद रेल स्टेशन में उक्त बालिका को लावारिस और असहाय अवस्था में देख सूचित किया था। इसके बाद संस्था के डॉ. अशोक पाणिग्राही, सुब्रत नाथ, हरेकृष्ण बेहरा, विकास त्रिपाठी, शत्रुघ्न राउत, सुप्रीत ठेला, सुदीप्त, लकी आदि स्टेशन पहुंचे और बालिका को लेकर संबलपुर आए और चाइल्ड लाईन के हवाले कर दिया। पूछताछ के दौरान बालिका ने अपना घर अनुगुल में और कुछ दिन पहले उसके माता-पिता में झगड़ा हो जाने की बात कही है। उसने बताया है कि झगड़े के बाद उसके पिता उसे साथ लेकर संबलपुर आ गए थे और होटल में रहने लगे। लेकिन कुछ दिन से उनका कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है। चाइल्डलाईन ने बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष हाजिर किया जहां से उसे रुक्मिणी लाठ बालनिकेतन भेज दिया गया।