तेरह को निगल गई किडनी तब जागा महकमा

झारसुगुड़ा नगरपालिका अंचल के देवाडीही व डीहीपाड़ा क्षेत्र में किडनी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Aug 2018 09:07 PM (IST) Updated:Thu, 02 Aug 2018 09:07 PM (IST)
तेरह को निगल गई किडनी तब जागा महकमा
तेरह को निगल गई किडनी तब जागा महकमा

संसू, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा नगरपालिका अंचल के देवाडीही व डीहीपाड़ा क्षेत्र में किडनी रोग का कहर सुर्खियों में आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की आंख खुली है। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम उक्त अंचल जाकर वहां से पानी का नमूना संग्रह करने के बाद उसे जांच के लिए भुवनेश्वर भेजा और अब जांच रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है जबकि बीते 10 साल में क्षेत्र के 13 लोगों की जिंदगी किडनी रोग छीन चुका है और 40 के करीब लोग आज भी इस बीमारी से जूझ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि देवाडीही व डीहीपाड़ा क्षेत्र निवासी गत दस वर्षों से किडनी रोग से जूझ रहे हैं। इस दौरान उक्त अंचल में इस बीमारी से 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 40 से अधिक लोग आक्रांत हैं। किडनी रोग से पीड़ित व्यक्ति को हर महीने इलाज के लिए करीब दस हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं जिससे उनकी आíथक स्थिति भी खराब हो रही है। दोनों अंचल के लोग नलकूप, गंभीर नल, कुंए के पानी का उपयोग करते हैं। इसी पानी के कारण उन्हें किडनी की बीमारी होने की बात डॉक्टर कहते आ रहे हैं। पानी का अन्य कोई और विकल्प नहीं होने के कारण अंचल के लोग मजबूरी में उसी पानी का उपयोग कर रहे हैं।

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कोट

उक्त अंचल में पानी के कारण ही किडनी रोग बढ़ने की बात प्राथमिक जांच में सामने आयी है। देवाडीही व डीहीपाड़ा में विशेषज्ञों की एक जांच टीम को भेजने के लिए भी जिला स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य निदेशक को पत्र लिखा।

डॉ. मानस रंजन सामंतराय, जिला मुख्य चिकित्साधिकारी

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