श्रीमंदिर मामला: जिला जज के प्रस्तावों को कार्यकारी करने का निर्देश

रिपोर्ट में मौजूद सभी संस्कार मूलक प्रस्ताव कार्यकारी करने को मंदिर संचालन कमेटी को सुप्रीमकोर्ट ने निर्देश दिया है।

By BabitaEdited By: Publish:Sat, 07 Jul 2018 12:22 PM (IST) Updated:Sat, 07 Jul 2018 12:22 PM (IST)
श्रीमंदिर मामला: जिला जज के प्रस्तावों को कार्यकारी करने का निर्देश
श्रीमंदिर मामला: जिला जज के प्रस्तावों को कार्यकारी करने का निर्देश

भुवनेश्वर, जेएनएन। पुरी स्थित श्रीमंदिर में सेवायतों का व्यवहार कैसा है, भक्त जो दान दे रहे हैं वह दानपेटी (हुंडी)

में जा रहा है कि नहीं, भक्तों की सुरक्षा के लिए किस प्रकार की व्यवस्था की गई है, इन तमाम मामलों की जांच कर पुरी जिला जज ने जो रिपोर्ट दी है उसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। रिपोर्ट में श्रीमंदिर सेवायतों के लिए विशेष ड्रेस कोड का भी प्रस्ताव है। 

रिपोर्ट में मौजूद सभी संस्कार मूलक प्रस्ताव कार्यकारी करने को मंदिर संचालन कमेटी को सुप्रीमकोर्ट ने निर्देश दिया है। इसके साथ ही भक्तों की जानकारी के लिए इसे मंदिर की वेबसाइट में भी छोड़ने को कहा गया है। जिला जज के प्रस्ताव पर यदि कोई आपत्ति है तो इस संदर्भ में शीर्ष अदालत को अवगत कराने को कहा गया है। इन तमाम प्रस्ताव पर रथयात्रा के बाद सुप्रीमकोर्ट के द्वारा नियुक्त आमिकस क्यूरी गोपाल सुब्रमण्यम पुरी दौरे

पर आएंगे और सभी पक्ष के साथ बैठक कर कोर्ट को जानकारी देंगे। इसके बाद आगे के कदम उठाए जाएंगे।

वहीं, दूसरी ओर गुरुवार को हाईकोर्ट में श्रीमंदिर के जगमोहन मरम्मत को लेकर दायर मामले की सुनवाई हुई। रथयात्रा के समय जय विजय द्वार को मरम्मत करने के लिए हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है। इसके साथ ही गुंडिचा मंदिर एवं मौसी मां मंदिर की स्थिति से अवगत कराने को कहा है। एएसआइ की तरफ से हाईकोर्ट में दाखिल

हलफनामा में श्रीमंदिर चौहद्दी के अंदर मौजूद कमजोर मंदिरों के मरम्मत कार्य शुरू कर दिए जाने का उल्लेख किया गया है। वहीं रथयात्रा के समय जगमोहन एवं नाट्यमंडप मरम्मत के साथ गर्भगृह की जांच प्रक्रिया

खत्म करने को सेवायतों ने आग्रह किया है। 

सीसीटीवी से भी रखी जाएगी मजनुओं पर नजर

भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा के समय पुरी रेलवे स्टेशन पर  किसी भी महिला यात्री के साथ छेड़छाड़

या दुव्र्यवहार करने की कोशिश भी करते हैं तो आप बच नहीं पाएंगे, क्योंकि इसके लिए सुभद्रा वाहिनी के साथ सीसीटीवी से आप पर नजर रखी जा रही है। रेलवे डिवीजन मैनेजर ब्रजमोहन अग्रवाल के अनुसार रथयात्रा के लिए पूर्वतट रेलवे की तरफ से 184 विशेष ट्रेन चलायी जाएगी। आगामी 14 से 23 जुलाई के बीच पुरी तक चलने वाली इन ट्रेनों के साथ ही 60 से अधिक टिकट काउंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। रथयात्रा के समय यात्री सुरक्षा के लिए 550 आरपीएफ जवान, 600 जीआरपी, 4 डाग स्क्वॉयड के साथ महिलाओं की सुरक्षा के लिए सुभद्रा वाहिनी तैनात करने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही विभिन्न स्टेशन में सीसीटीवी, पुरी में 2 ड्रोन कैमरा का भी प्रयोग किया जाएगा।

रथयात्रा के समय ट्रेन के अंदर एवं स्टेशन में खाद्य के साथ पीने के पानी की जांच व्यवस्था को सख्त किया जाएगा। ट्रेन के बारे में जानकारी के लिए मोबाइल एप की व्यवस्था की जाएगी। अग्रवाल ने बताया कि रथयात्रा के दौरान यात्रियों की सुविधा और सहूलियत को लेकर पूर्व तट रेलवे गंभीर है और हरसंभव कदम उठा रहा है ।

रथयात्रा के लिए रेलमंत्री से दो विशेष ट्रेन चलाने का आग्रह  

विश्व प्रसिद्ध महाप्रभु की रथयात्रा के मौके पर भक्तों की सुविधा के लिए पश्चिम एवं दक्षिण ओडिशा से 2 विशेष ट्रेन चलाने के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर अनुरोध किया है। पत्र के जरिये प्रधान ने रेल मंत्री को बताया है कि आगामी 14 जुलाई को पुरी में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा है। इसमें 10 लाख से अधिक भक्तों का समागम होगा। ऐसे में भक्तों की भीड़ को ध्यान में रखकर उनकी सुविधा के लिए राउरकेला से पुरी वाया चक्रधरपुर एवं पारलाखेमुंडी से पुरी के लिए दो ट्रेन चलाने की आवश्यकता है। इससे पश्चिम एवं दक्षिण ओडिशा के साथ छत्तीसगढ़ तथा झारखंड के भक्तों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी।

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