रथनिर्माण के बाद अब महाप्रभु श्रीजगन्नाथ के स्नान यात्रा की तैयारी

कोरोना महामारी के बीच महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की स्नान यात्रा की संभावना बढ़ गई है क्योंकि कम सेवकों को लेकर महाप्रभु की स्नान यात्रा करने की योजना बना ली गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 May 2020 11:55 PM (IST) Updated:Fri, 22 May 2020 06:19 AM (IST)
रथनिर्माण के बाद अब महाप्रभु श्रीजगन्नाथ के स्नान यात्रा की तैयारी
रथनिर्माण के बाद अब महाप्रभु श्रीजगन्नाथ के स्नान यात्रा की तैयारी

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : कोरोना महामारी के बीच महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की स्नान यात्रा की संभावना बढ़ गई है, क्योंकि कम सेवकों को लेकर महाप्रभु की स्नान यात्रा करने की योजना बना ली गई है। इस संदर्भ में गुरुवार को श्रीमंदिर के 10 निजोग के सेवकों को लेकर हुई बैठक में चर्चा हुई है।

श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक किशन कुमार के अनुसार, इस बार स्नान पूíणमा को लेकर वरिष्ठ सेवकों के साथ बैठक हुई है। कम संख्या में सेवक स्नान नीति में भाग लेंगे। 25 मई तक सेवकों की एक सूची श्रीमंदिर प्रशासन को देने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया है। कौन कौन सेवक स्नान यात्रा में शामिल होंगे, नीति किस समय होगी, इस संदर्भ में विस्तृत सूची तैयार की जाएगी। इसके साथ ही बैठक में स्नान यात्रा को लेकर कुछ प्रस्ताव भी सेवकों द्वारा दिए गए। मुख्य रूप से इस बार निर्धारित समय से पहुंडी, अणसर नीति की अवधि को कम करने जैसे प्रस्ताव हैं। इन तमाम प्रस्तावों पर छत्तीसा निजोग बैठक में चर्चा होगी और इसके बाद संचालन कमेटी के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। ये सभी प्रस्ताव को लेकर पहले ही दइतापति निजोग के साथ बैठक हो चुकी है। इसी तरह चौथे चरण का लाकडाउन 31 मई को खत्म हो रहा है। ऐसे में इसके बाद क्या प्रतिबंध रहेगा उसे लेकर मंदिर की नीति निर्धारित किए जाने की जानकारी किशन कुमार ने दी है।

उल्लेखनीय है कि इस साल 23 जून को होने वाली महाप्रभु श्री जगन्नाथजी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा को लेकर कोरोना संक्रमण के कारण शुरू से ही अड़चने आ रही हैं। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद 8 मई से रथ निर्माण का कार्य शुरू हुआ है। शारीरिक दूरी का अनुपालन कर श्रीमंदिर के सामने रथखला में युद्ध स्तर पर रथ निर्माण का कार्य किया जा रहा है। रथ निर्माण की प्रक्रिया शुरू होते ही महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा को लेकर भी भक्तों में आशा की किरण प्रफुल्लित हुई थी। अब स्नान यात्रा के लिए तैयार किए जा रहे खाका से लगने लगा है कि जल्द ही महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए भी सरकार एवं प्रशासन की तरफ से स्पष्टीकरण सामने आ जाएगा।

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