केंद्रपाड़ा के कंडिरा में गोलीकांड के पीछे सांप तस्करी का खेल
केंद्रपाड़ा जिले के राजनगर इलाके में कंडिरा गांव में ग्रामीणों के साथ अपराधियों की झड़प घटना की छानबीन में जुटी पुलिस को एक बड़े अपराधी गैंग का पता चला है।
संसू, भुवनेश्वर : केंद्रपाड़ा जिले के राजनगर इलाके में कंडिरा गांव में ग्रामीणों के साथ अपराधियों की झड़प घटना की छानबीन में जुटी पुलिस को एक बड़े अपराधी गैंग का पता चला है। पुलिस के अनुसार, इस गैंग में 150 से अधिक अपराधी शामिल हैं। इनमें 15 खूंखार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपराधी होने की आशंका पुलिस ने जताई है।
पुलिस के अनुसार, ये लोग भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यान से सांप पकड़कर तस्करी के जरिए उन्हें बाहर भेजकर मोटी रकम कमा रहे थे। राजनगर, आलि, पटामुंडाई, और भुवनेश्वर के कुछ युवक इस गिरोह में शामिल हैं जिनमें से अधिकतर छात्र बताए जा रहे हैं। इस जानकारी के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं और मामले की गंभीरता से जांच शुरू की गई है।
पुलिस की माने तो बाउंसमूल, कंडिका, कृष्णनगर और पश्चिम भेड़ा में ये युवक एकत्र होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे। पुलिस मुठभेड़ में इस गैंग के एक सदस्य के पकड़े जाने के बाद गिरोह की परतें खुल रही हैं। पुलिस मुठभेड़ में केंद्रपाड़ा के बाबू उर्फ संजय विश्वाल को पैर में गंभीर चोट आई है। उसे इलाज के लिए कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। राजनगर के कंडिरा गांव में अपराधी और ग्रामीणों में झड़प के चलते एक निरीह ग्रामवासी की मौत के बाद पुलिस ने जो धरपकड़ का अभियान चलाया उसमें संजय उर्फ बाबू का पकडा जाना एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। बाबू के नाम हत्या, डकैती जैसे 10 मामले विभिन्न थाने में दर्ज हैं। उल्लेखनीय है कि कंडिरा गांव के लोगों ने एक अपराधी सिपुन स्वांई को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। इसके बाद एसपी नीति शेखर के निर्देश पर केंद्रपाड़ा जिला पुलिस के स्पेशल स्क्वायड दस्ते ने बाबू उर्फ संजय विश्वाल को मंगलवार की भोर मुठभेड़ के बाद दबोचा था। उसके बाएं पैर व जांच में कुल तीन गोलियां लगी थीं।