Draupadi Murmu in Odisha: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की बचपन की यादें हुईं ताजा, 13 सहपाठिनियों से की मुलाकात

President Draupadi Murmu in Odisha दो दिवसीय ओडिशा दौरे के दूसरे दिन देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपनी 13 सहपाठिनियों के साथ मुलाकात कर खुशी का इजहार किया। सबने मिलकर 70 के दशक की यादें ताजा की।

By Shahnawaz AliEdited By: Publish:Fri, 11 Nov 2022 01:40 PM (IST) Updated:Fri, 11 Nov 2022 01:40 PM (IST)
Draupadi Murmu in Odisha: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की बचपन की यादें हुईं ताजा, 13 सहपाठिनियों से की मुलाकात
Draupadi Murmu in Odisha: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपनी 13 सहपाठिनियों से मुलाकात की

भुवनेश्वर, शेषनाथ राय। Draupadi Murmu in Odisha: काश समय ठहर जाता, साथ में और कुछ पल गुजार लेते.. मगर क्या करें समय गतिमान है और ऊपर से राष्ट्रपति पद की अपनी गरिमा है और प्रोटोकल है। बावजूद इसके आज कुछ ही पल के लिए मिले इस अवसर ने हमें अपने बचपन की यादों को ताजा कर दिया है। कुछ ऐसी ही बातें आज देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात करने के बाद खुशी का इजहार करते हुए बचपन में उनके साथ पढ़ाई करने वाली 13 सहपाठिनियों ने कही है।

70 के दशक की वे सारी यादें ताजा

राष्ट्रपति से मुलाकात करने के बाद राष्ट्रपति के साथ स्कूल में पढ़ाई करने वाली उनकी सहपाठिनियों ने कहा कि आज 70 के दशक की वे सारी यादें ताजा हो गई जो हम स्कूल में पढ़ाई के दौरान की हैं। हम सब आज गौरवान्वित हैं कि इतने दिनों बाद हम 13 लोग एकत्र हुए। राष्ट्रपति बनने के बाद भी उन्होंने हमें याद रखा और हमें विशेष रूप से आमंत्रित किया, हमसे बात की, बहुत अच्छा लगा। मैडम ने प्रोटोकल छोड़कर हम लोगों के पास पहुंची। हमें खुशी है कि हमारी सहपाठिनी आज राष्ट्रपति हैं।

जो पल भी मिला हम सब गर्वित हैं

हम सब आज सुबह-सुबह यहां पहुंच गई थी। हम तो उनके साथ काफी समय गुजारना चाहते थे, मगर पद की गरिमा एवं प्रोटोकल के कारण हमें इतना समय तो नहीं मिला फिर भी जो पल भी मिला हम सब गर्वित हैं। हम छात्राओं में से एक छात्रा ऐसी निकलेंगी, जो एक दिन देश की राष्ट्रपति बन जाएगी, हमें यह पता नहीं था। हम उस समय साथ में खेलती थी, नाचती थी।

पढ़ने में तो तेज थी और गाती भी सुंदर थी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पढ़ने में तो तेज थी ही सुन्दर गाती भी हैं। आज हम सब गौरवान्वित हैं।राष्ट्रपति भी हमें देखकर बहुत खुश दिखी। देखते ही उन्होंने हाथ हिलाया तो हम लोगों के चेहरे पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा, उनके चेहरे से भी खुशी झलक रही थी। स्कूल साथियों से मिलकर उन्होंने पुरानी यादों की ताजा कर दिया है। अपने पास अपने मित्र को पाकर जो आज देश की प्रथम नागरिक हैं, हम इस खुशी को बयां नहीं कर सकती है। स्कूल की इन पुरातन छात्राओं ने कहा कि राष्ट्रपति के आने के बाद यहां के बच्चों को भी प्रेरणा मिलेगी।

मन प्रफुल्लित हो गया

कुन्तला कुमार छात्रावास का दौरा करने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने हाथ से एक खत लिखकर कहा है कि जिस स्कूल में पढ़ाई करती थी आज उस स्कूल के शिक्षक-शिक्षिका से मुलाकात कर मैं बहुत खुश हूं। सहपाठिनी को साथ में पाकर मन प्रफुल्लित हो गया है। जिस खाट पर बैठकर पढ़ रही थी आज उस खाट पर बैठी, छात्रों को सुरक्षित एवं घरोयी माहौल मिल रहा है। मैं छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूं।

द्रौपदी मुर्मू ने स्कूल परिसर में पेड़ लगाए

गौरतलब है कि यूनिट दो सरकारी उच्च विद्यालय में 1970 से 1974 तक 8वीं कक्षा से 11वीं कक्षा तक पढ़ाई की हैं। उस समय वे कुंतला कुमारी सावत आदिवासी छात्रावास में रह रही थी। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार वह दो दिवसीय ओडिशा दौरे पर आने के बाद अपने स्कूल का आज उन्होंने दौरा किया है।

इस दौरान उन्होंने अपने 13 स्कूली साथियों से भी मुलाकात की हैं। यूनिट-2 सरकारी बालिका उच्च विद्यालय के सह-प्राचार्य ने कहा कि राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें बहुत खुशी हुई। इस अवसर पर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने स्कूल परिसर में पेड़ लगाए। जाहिर है। वह जिस छात्रावास में रहती थी वहां गई और उस बेड पर भी बैठी, जिसका उपयोग वह अपने पढ़ाई के दौरान करती थी।

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