WATCH: ओडिशा के समुद्री तट पर दिखे विरल प्रजाति के सैकड़ों Olive ridley कछुए

Olive ridley turtles ओडिशा के गंजाम ऋषिकुल्या नदी समुद्री संगम स्थल पर सैकड़ों की संख्‍या में अलिव रिडले कछुए समुद्र की ओर जाते हुए नजर आये।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Sun, 10 May 2020 03:26 PM (IST) Updated:Sun, 10 May 2020 03:30 PM (IST)
WATCH: ओडिशा के समुद्री तट पर दिखे विरल प्रजाति के सैकड़ों Olive ridley  कछुए
WATCH: ओडिशा के समुद्री तट पर दिखे विरल प्रजाति के सैकड़ों Olive ridley कछुए

भुवनेश्‍वर, एएनआइ। ओडिशा के गंजाम जिले के ऋषिकुल्या नदी के समुद्री संगम स्थल पर सैकड़ों की संख्‍या में अलिव रिडले कछुए रेत के अंदर बने अपने घरों से समुद्र की ओर जाते हुए नजर आये। बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही अलिव रिडले कछुओं का सामूहिक अंडादान कार्य हो रहा था, ये कछुए आमतौर पर रात के समय अण्डादान करते है लेकिन ये दिन के समय अंडादान करते हुए देखे गये थे। पांच दिनों में लगभग 34 हजार आलिव रिडले कछुओं के सामूहिक अण्डादान की खबर आयी थी। जिसे देखते हुए प्रयागी से लेकर चटेश्वर तक के समुद्री तट पर आम नागरिकों के आने जोन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।   

#WATCH Hundreds of Olive Ridley turtles make their way to the sea after hatching from their nests buried in sand at Odisha’s Rushikulya beach today. pic.twitter.com/cSemaZ1SAD — ANI (@ANI) May 10, 2020

 कछुओं के दिन के समय अंडादान करने कि क्रिया पर विशेषज्ञों का कहना था कि ये जलवायु परिवर्तन की वजह से हो रहा है। ऋषिकुल्या मुहाने के पोडमपेटा मुहाने में पहली बार आलविनो प्रजाति के विरल कछुए नजर आये हैं आमतौर पर इन कछुओं को भारतीय समुद्री तटों पर नहीं देखा जाता। इन कछुओं के यहां पर पाये जाने से  प्रकृति प्रेमी तथा परिवेशविद खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। 

Olive ridley कछुओं की विशेषता 

ये विरल प्रजाति के अलिव रिडले कछुए आम कछुओं के मुकाबले आकार में बडे होते हैं। इनका औसतल वजन 50 किलोग्राम तक का होता है और इनके शरीर पर अलिव रिडले की तरह कोई चिन्ह नहीं होता है, इन कुछओं की आंखों के आस-पास गुलाबी रंग होता है जो इन्हें आकर्षक बनाता है।

वन विभाग के अनुसार इस वर्ष कुल 2 लाख 6 हजार से अधिक अलिव रिडले कछुए यहां अण्डादान किया था। वन विभाग ने अण्डों को सुरक्षित रखने के लिये विभागीय कर्मचारी, पुलिस बल एवं सामाजिक संगठनों की सहायता ली थी। वन विभाग ने आम नागरिकों से कछुओं की सुरक्षा की अपील करते हुए समुद्र तट से दूर रहने के लिये कहा था।

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