चीन को जवाब देने में सक्षम होगा अग्नि-5 का छठा सफल परीक्षण

भारत ने रविवार सुबह 9 बजकर 48 मिनट पर अन्तरमहाद्वीप बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण चीन को जवाब देने में सक्षम है।

By Edited By: Publish:Sun, 03 Jun 2018 11:41 AM (IST) Updated:Sun, 03 Jun 2018 11:43 AM (IST)
चीन को जवाब देने में सक्षम होगा अग्नि-5 का छठा सफल परीक्षण
चीन को जवाब देने में सक्षम होगा अग्नि-5 का छठा सफल परीक्षण
लावा पांडेय, बालेश्वर : भारत ने रविवार सुबह 9 बजकर 48 मिनट पर अन्तरमहाद्वीप बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफलता पूर्वक परीक्षण किया। भारत इस तरह के प्रक्षेपास्त्र को विकसित करने वाला दुनिया का पाचवा देश बन चुका है। अभी सिर्फ अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन के पास ही ऐसी मिसाइल हैं। स्वदेशी ज्ञान कौशल से निर्मित स्ट्रैजिक कमांड सुपर चलित 5 से 8 हजार किमी तक प्रहार करने की इस मिसाइल की क्षमता है। अब्दुल कलाम द्वीप (व्हीलर द्वीप) के चार नंबर लाचिंग कांप्लेक्स इसे आज हवा में उड़ाया गया। 50 टन वजन की यह मिसाइल 17.5 मीटर लंबी दो मीटर चौड़ी तथा यह अपने साथ 1 टन वजन का विस्फोटक ले जाने की ताकत रखती है। तीन चरणों में ठोस प्राणोदक से चलने वाली अग्नि-5 को एकीकृत परीक्षण क्षेत्र परिसर-4 से सुबह 9 बजकर 48 मिनट पर प्रक्षेपित किया गया। यह आकाश में सीधे उड़ान भरने लगी। उड़ान के दौरान इसके अनेक मानदंडों का अध्ययन किया गया। इस मिसाइल के परीक्षण के साथ ही चीन के साथ आधा यूरोप इस मिसाइल के क्षेत्र में आ चुके हैं। आज इस मिसाइल के परीक्षण ने हिंद महासागर में अचूक निशाना लगाया। अग्नि-5 के परीक्षण के मौके पर अब्दुल कलाम द्वीप में रक्षा विभाग, डीआरडीओ, अंतरिम परीक्षण परिषदसे जुड़े वरिष्ठ अधिकारी व वैज्ञानिकों का दल मौके पर मौजूद थे। अग्नि-5 का छठा सफल परीक्षण होने से चीन की मिसाइल दंडपेंग-5क का जवाब देने में सक्षम है। अग्नि-5 का प्रथम परीक्षण 2012, दूसरा परीक्षण 2013, तीसरा परीक्षण 2015, चौथा परीक्षण 2016, पाचवा परीक्षण जनवरी 2018 तथा रविवार को छठा परीक्षण सफलता पूर्वक किया गया है। भारतीय मिसाइल बेड़े का सबसे शक्तिशाली बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-5 भारतीय सेना को विश्व के मानचित्र में मजबूती के साथ पेश करने में मिशाल पेश करेगी। --------------- अग्नि-5 की 10 खुबिया 1. अग्नि-5 से अपना देश भारत अमेरिका, रूस, चीन और फ्रांस के साथ इंटर कंटीनेल बैलेस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) क्लब में शामिल हो गया है। 2. इस मिसाइल की प्रहार क्षमता घातक है। यह 20 मिनट में 5000 किमी की दूरी तय कर लेगी। डेढ़ मीटर के लक्ष्य का भी भेदन करने में सक्षम है। 3. यह मिसाइल देश के सामरिक रणनीति में बड़ा बदलाव लाएगी। पूरा एशिया और अफ्रीका महाद्वीप तथा यूरोप के अधिकाश हिस्से इसकी जद में होंगे। अमेरिका इसके दायरे से बाहर है। 4. यह मिसाइल एक बार छूट गई तो रोकी नहीं जा सकती है। यह 1000 किलो का न्यूक्लीयर वारहेड ले जाने में सक्षम है। 5. यह भारत के मिसाइल तरकश में सबसे लंबी दूरी तक प्रहार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है। 6. अग्नि-5 मिसाइल कैमिस्टर से छोड़ी जा सकती है। इसे सड़क के रास्ते कहीं भी पहुंचाया जा सकता है। इस खुबी के कारण इस मिसाइल को दुश्मन उपग्रह निगाहों से भी बचाया जा सकता है। 7. इस मिसाइल के तकनीक का इस्तेमाल भारत दुश्मन के उपग्रह को भी नष्ट करने में कर सकता है। 8. इस मिसाइल से हमें पलटवार की बेमिशाल ताकत हासिल होगी। इसकी कमान स्ट्रेटिजिक फोर्सेस कमान के हाथ में होगी। 9. 17 मीटर ऊंची इस मिसाइल में 7 किमी. लंबी वायरिंग है। यह मिसाइल तीन स्टेज में मार करेगी। 10. भारत के पास अभी सबसे अधिक दूरी तक मार करने वाली मिसाइल अग्नि-4 थी, जो कि 3500 से 4000 किमी तक मार करने की ताकत रखती है।
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