अमेरिका-भारत रिश्तों से चीन को खतरा नहीं

भारत और अमेरिका की बढ़ती नजदीकियों से घबराए चीन को भरोसा देते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि दोनों देशों के बेहतर रिश्तों से चीन को खतरा महसूस नहीं करना चाहिए।

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Mon, 02 Feb 2015 07:38 PM (IST) Updated:Mon, 02 Feb 2015 07:56 PM (IST)
अमेरिका-भारत रिश्तों से चीन को खतरा नहीं

वाशिंगटन। भारत और अमेरिका की बढ़ती नजदीकियों से घबराए चीन को भरोसा देते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि दोनों देशों के बेहतर रिश्तों से चीन को खतरा महसूस नहीं करना चाहिए। चीन को भरोसा दिलाने के साथ ही ओबामा ने वियतनाम, फिलीपींस जैसे देशों को डराने-धमकाने को लेकर बीजिंग को आगाह भी किया।

अमेरिकी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में बराक ओबामा ने कहा, 'चीन को इस बात से डरने की जरूरत नहीं है कि भारत के साथ हमारे अच्छे रिश्ते हैं। हमारे पास एक ऐसा मौका है जब सभी के लिए 'विन-विन फार्मूला' तैयार किया जाए, जहां सभी देश साझा कानून से बंधे हों। हमारा ध्यान अपने लोगों की संपन्नता को और बढ़ाने पर केंद्रित है, लेकिन दूसरे की कीमत पर नहीं बल्कि साथ मिलकर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई वार्ता इसी भावना पर केंद्रित थी।' ओबामा की भारत यात्रा पर चीन की सरकारी मीडिया ने नई दिल्ली को अमेरिका के चाल में नहीं फंसने की सलाह दी थी।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इसकी जानकारी मिलने पर उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं कि कुछ बातें हमें भारत के करीब लाती हैं। खासकर लोकतंत्र। इसके अलावा यहां (भारत में) कुछ ऐसे मूल्य और आकांक्षाएं भी हैं जो हमारे देश में भी मौजूद हैं। यह बात चीन में नहीं है। लिहाजा, व्यक्तिगत तौर मैं भारत में अपनापन महसूस करता हूं। मेरी समझ में अमेरिकी लोगों को भी ऐसा ही लगता होगा।'

ओबामा का यह साक्षात्कार भारत यात्रा के दौरान ही रिकॉर्ड किया गया था, जिसे अब प्रसारित किया गया। उनके मुताबिक शांतिपूर्ण तरीके से चीन का उदय अमेरिका के हित में होगा। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति का पद संभालने के समय से ही मैं यह कहता रहा हूं कि चीन का विकास किसी दूसरे की कीमत पर नहीं होना चाहिए। समुद्री जल सीमा से जुड़े मुद्दों पर चीन को वियतनाम या फिलीपींस जैसे छोटे देशों को डराना-धमकाना नहीं चाहिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत शांतिपूर्ण तरीके से तरीके से उसे निपटाने की कोशिश करनी चाहिए।' ओबामा के मुताबिक कुछ मुद्दों पर उन्हें चीन से बेहतर प्रतिक्रिया मिलती है, कुछ में नहीं। ऐसे में अमेरिका चीन की सफलता को लेकर सावधान रहता है।

रूस से युद्ध नहीं

अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस के साथ युद्ध की आशंकाओं को भी खारिज किया। उनके मुताबिक अमेरिका और रूस के बीच सैन्य संघर्ष वाशिंगटन या विश्व के लिए बुद्धिमानी भरा फैसला नहीं होगा। ओबामा ने कहा, यूक्रेन संकट के बाद अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए सख्त प्रतिबंध से मास्को की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था को तमाम आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद बचाने के सवाल पर ओबामा ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह ऐसा करने में सफल रहे। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी लंबा सफर तय करना है।

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