UP News: डिप्लोमा लगाकर ले ली नौकरी… अब दर्ज हो गया मुकदमा, जांच में हुआ राजफाश
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले सात नामजद समेत कुछ अज्ञात के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। रिपोर्ट उद्यान विभाग के उपनिदेशक प्रवीण कुमार ने मंगलवार शाम कराई है। इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक प्रवीण कुमार ने बताया कि 20 सितंबर 2016 को पर्यवेक्षक द्वारा वर्ग-तीन के रिक्त 72 पदों पर भर्तियां निकाली गई थीं।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले सात नामजद समेत कुछ अज्ञात के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। रिपोर्ट उद्यान विभाग के उपनिदेशक प्रवीण कुमार ने मंगलवार शाम कराई है।
यह है पूरा मामला
इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक, प्रवीण कुमार ने बताया कि 20 सितंबर 2016 को पर्यवेक्षक द्वारा वर्ग-तीन के रिक्त 72 पदों पर भर्तियां निकाली गई थीं। रिक्त पदों की शैक्षिक अर्हता विज्ञान या कृषि विषय में इंटरमीडिएट के साथ खाद्य प्रसंस्करण में एक वर्ष का डिप्लोमा आवश्यक था।
पांच अप्रैल 2022 को 72 पदों के सापेक्ष चयनित नौ अभ्यर्थियों की चयन सूची निदेशालय को उपलब्ध करायी गयी। एक अभ्यर्थी को चयनित किया गया। सूची में आठ अभ्यर्थियों के शैक्षिक/तकनीकी अभिलेख निदेशक, उद्यान को उपलब्ध कराए गए।
आयोग ने अपने जारी पत्र में कहा था कि शैक्षिक अर्हता प्रमाणपत्र सत्यापन के बाद ही नियुक्ति आदेश जारी किया जाए, लेकिन तत्कालीन निदेशक उद्यान ने बिना अभिलेखों का सत्यापन कराए नियुक्ति आदेश जारी कर दिया।
छह अभ्यर्थियों में सुलतानपुर विवेक नगर गुप्ता आटा चक्की के पास रहने वाले आलोक अग्रहरि, प्रतापगढ़ कुंडा गुजवर के पंकज कुमार यादव, कन्नौज प्रयाग कविरापुर के अमित कुमार, बाराबंकी हरख की रहने वाली अनुराधा वर्मा, प्रयागराज अल्लापुर बाघंबरी के वेद प्रकाश सिंह, बारा तातारगंज छिड़िया के रवींद्र सिंह, रवींद्र सिंह का डिप्लोमा प्रमाणपत्र कृष्ण देव आर्य विश्वविद्यालय, अनंतपुरामू, आन्ध्र प्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण में डिप्लोमा का उल्लेख किया था।
उक्त के अलावा हमीरपुर राठ फरसौलियाना मुहाल के राज किशोर पटेल ने अपने आवेदनपत्र में डिप्लोमा का उल्लेख नहीं किया था, न ही साक्षात्कार के समय प्रस्तुत किया।
फर्जीवाड़े का पता चलने पर मुकदमा
इंस्पेक्टर ने बताया कि उद्यान विभाग द्वारा अभ्यर्थियों के एक वर्षीय डिप्लोमा के सर्टिफिकेट अनंतपुरामू के कृष्णदेव आर्य विवि भेजे गए थे। वहां से जांच के बाद उद्यान विभाग को रिपोर्ट आई कि किसी भी अभ्यर्थी ने उनके यहां से डिप्लोमा नहीं किया है।
यह पता चलने पर उपनिदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले सात नामजद और अज्ञात अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।