अफ्रीकी देशों से मलेरिया के टीकाकरण की शुरुआत

आरटीएसएस टीका प्रतिरक्षा प्रणाली को मलेरिया के परजीवी के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित करता है। टीके की चार खुराक देनी होती है।

By Manish NegiEdited By: Publish:Mon, 24 Apr 2017 09:05 PM (IST) Updated:Mon, 24 Apr 2017 09:05 PM (IST)
अफ्रीकी देशों से मलेरिया के टीकाकरण की शुरुआत
अफ्रीकी देशों से मलेरिया के टीकाकरण की शुरुआत

लंदन, आइएएनएस। तीन अफ्रीकी देशों केन्या, घाना और मलावी से दुनिया के पहले मलेरिया टीकाकरण की शुरुआत की जाएगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को यह घोषणा की। टीकाकरण की शुरुआत अगले साल होगी।

आरटीएसएस टीका प्रतिरक्षा प्रणाली को मलेरिया के परजीवी के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित करता है। टीके की चार खुराक देनी होती है। पहले तीन टीके एक-एक महीने के अंतराल पर लगाए जाते हैं, जबकि चौथा टीका 18 महीने बाद लगाया जाता है। क्लीनिकल परीक्षण में टीके को सफल पाया गया है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसी जगहों पर यह कितना प्रभावी होगा, जहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। यही कारण है कि व्यापक पैमाने पर टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत से पहले इन तीन देशों में पायलट परियोजना के तौर पर टीकाकरण की शुरुआत की जाएगी।

दुनियाभर में सालाना मलेरिया के 21.2 करोड़ नए मामले सामने आते हैं। मलेरिया से हर साल 4.29 लाख लोगों की मौत हो जाती है। अफ्रीकी देश मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में हैं।

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