रक्का से सटे आइएस के सैन्य अड्डे पर विद्रोहियों का कब्जा

वहीं, अमेरिकी नेतृत्व में किए गए हवाई हमले में तकरीबन 30 आइएस आतंकियों के मारे जाने की खबर है।

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Tue, 11 Jul 2017 10:21 PM (IST) Updated:Tue, 11 Jul 2017 10:21 PM (IST)
रक्का से सटे आइएस के सैन्य अड्डे पर विद्रोहियों का कब्जा
रक्का से सटे आइएस के सैन्य अड्डे पर विद्रोहियों का कब्जा

बेरुत, रायटर। मोसुल के बाद अब रक्का भी इस्लामिक स्टेट (आइएस) के हाथ से निकलता जा रहा है। अमेरिका समर्थित विद्रोही गुट सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) ने आइएस की राजधानी माने जाने वाली रक्का के दक्षिण में स्थित अल-उकेरशी पर कब्जा करने की घोषणा की है। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस शहर में आइएस का सैन्य अड्डा और प्रशिक्षण केंद्र था। वहीं, अमेरिकी नेतृत्व में किए गए हवाई हमले में तकरीबन 30 आइएस आतंकियों के मारे जाने की खबर है।

कुर्द और अरब विद्रोहियों का संगठन एसडीएफ रक्का को आतंकियों से मुक्त कराने के प्रयास में जुटा है। संगठन के प्रवक्ता मुस्तफा बाली ने बताया कि विद्रोहियों ने सोमवार को रक्का से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर अल-उकेरशी शहर से आइएस को खदेड़ दिया है। एसडीएफ को अमेरिका के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय गठबंधन की ओर से किए जा रहे हवाई हमले से भी काफी मदद मिल रही है। इसके अलावा अमेरिका के विशेष बल का दस्ता जमीन पर भी सहयोग कर रहा है। एसडीएफ की सफलता से आइएस रक्का में कैद हो गया है। उनके बाहर जाने के तकरीबन सभी रास्ते बंद हो चुके हैं। आतंकियों ने वर्ष 2015 में गद्दारी के आरोप में अपने ही दर्जनों साथियों की हत्या कर दी थी। इसके बाद यह शहर सुर्खियों में आया था। आइएस ने यहां के प्रशिक्षण केंद्र का नाम अलकायदा आतंकी ओसामा बिन लादेन के नाम पर रखा था। ओसामा को अमेरिकी सुरक्षाबलों ने वर्ष 2011 में पाकिस्तान में मार गिराया था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रक्का में किए गए हवाई हमले में 30 आतंकी मारे गए हैं। गठबंधन की सेना ने पिछले सप्ताह से आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को तेज कर दिया है।

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