Amravati killing: नागपुर में कट्टरपंथियों के डर से युवक ने छोड़ा शहर, नूपुर के समर्थन में किया था पोस्ट, मिल रही थीं धमकियां
threats for support of nupur sharma नागपुर में कट्टरपंथियों के डर से एक युवक ने शहर छोड़ दिया है। युवक ने नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था। बताया जाता है कि युवक को लगातार धमकियां मिल रही थीं। पढ़ें यह रिपोर्ट...
राज्य ब्यूरो, मुंबई। अमरावती और उदयपुर जैसी घटना महाराष्ट्र के शहर नागपुर में भी हो सकती थी। कट्टरपंथियों से मिल रही धमकियों को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने निशाने पर आ चुके एक युवक और उसके परिवार को शहर से बाहर भेज दिया है। इंटरनेट मीडिया पर नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने के बाद नागपुर के एक युवक को कट्टरपंथियों की धमकियों का सामना करना पड़ा।
कट्टरपंथियों की उसकी तस्वीर पर क्रास का निशान बनाकर वाट्सएप समूहों में भेजना शुरू किया, तो 22 वर्षीय युवक के परिवार ने पुलिस से संपर्क किया। मामले की गंभीरता को समझते हुए नंदनवन क्षेत्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने युवक और उसके परिवार को कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर जाने की सलाह दी।
युवक का परिवार अब भी भयभीत है। उसके बड़े भाई का कहना है कि घटना के बाद उसका फोन वापस ले लिया गया था। उसे अब भी शहर में बुलाते हुए डर लग रहा है। युवक को धमकी मिलने की घटना महाराष्ट्र के ही अमरावती एवं राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों को मारने से पहले की है।
पुलिस का कहना है कि इस प्रकार की धमकियां नागपुर और अमरावती के कुछ और लोगों को मिल चुकी हैं। इसलिए वह पूरी सावधानी बरत रही है। अमरावती में उमेश कोल्हे हत्याकांड का मास्टरमाइंड इरफान खान दो दिन पहले नागपुर से ही गिरफ्तार किया गया है। इरफान खान 'रहबर' नामक एनजीओ चलाता था। 'रहबर' नाम से ही इरफान ने एक वाट्सएप ग्रुप बना रखा था।
इसी ग्रुप पर उमेश कोल्हे के मित्र रहे यूसुफ खान ने कोल्हे के मैसेज का स्क्रीन शाट पोस्ट कर दिया था। यह मैसेज नुपुर शर्मा के संबंध में था। इसके बाद ही इरफान खान ने कोल्हे की हत्या की साजिश रची। 'रहबर' का उपाध्यक्ष राजिक मिर्जा खुद लोगों को फोन कर धमकियां दे रहा था। नागपुर और विदर्भ के कुछ और शहरों में कई लोगों को माफी का वीडियो बनाकर भेजने का दबाव भी इन कट्टरपंथियों ने डाला था।