भूख-प्यास से हलकान रेल यात्रियों ने लूटी पेंट्रीकार

जबलपुर। सूरत से पटना जा रही प्रीमियम ट्रेन में भूखे प्यासे यात्रियों ने ट्रेन के पेंट्रीकार को लूट लिया। घटना होते ही पेंट्रीकार के कर्मचारी दहशत में आ गए। इसके बाद यात्रियों को जो भी सामान मिला, वह उसे उठाकर चलते बने। यात्रियों के आक्रोश को देखकर सुरक्षाकर्मी भी सहमे रहे। ट्रेन जैसे ही मदनमहल स्टेशन पहुंची, यात्रियों ने स्टेशन प

By Edited By: Publish:Wed, 23 Apr 2014 10:10 AM (IST) Updated:Wed, 23 Apr 2014 11:18 AM (IST)
भूख-प्यास से हलकान रेल यात्रियों ने लूटी पेंट्रीकार

जबलपुर। सूरत से पटना जा रही प्रीमियम ट्रेन में भूखे प्यासे यात्रियों ने ट्रेन के पेंट्रीकार को लूट लिया। घटना होते ही पेंट्रीकार के कर्मचारी दहशत में आ गए। इसके बाद यात्रियों को जो भी सामान मिला, वह उसे उठाकर चलते बने। यात्रियों के आक्रोश को देखकर सुरक्षाकर्मी भी सहमे रहे। ट्रेन जैसे ही मदनमहल स्टेशन पहुंची, यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरू कर दिया। वहीं पेंट्रीकार के कर्मचारी भी अपनी जान बचाकर भागे। यात्रियों का आरोप था कि सुबह से उन्हें पानी और खाना नहीं मिला है। जिससे बच्चे व महिलाएं परेशान हैं। बताया जा रहा है कि यात्रियों और पेंट्रीकार कर्मचारियों ने जीआरपी में मौखिक शिकायत की है।

यात्रियों का आरोप है कि वह सुबह 6 बजे सूरत से ट्रेन में सवार हुए थे। सूरत-पटना प्रीमियम ट्रेन होने के कारण उसमें खाना, पानी, चाय-नाश्ते की मुफ्त सुविधा थी। जिसके चलते ट्रेन का किराया दोगुना था। यह सुविधा होने के कारण किसी ने अपने साथ खाने पीने के लिए कोई सामान नहीं रखा था। सुबह 8 बजे सभी को एक पानी की बॉटल दी गई और फिर 10 बजे नाश्ते में आटे का हलुआ और चाय दी थी। हलुआ खाने योग्य नहीं था, जिसे किसी ने नहीं खाया। जब खाने की बारी आई, तो दो रोटी, एक कटोरी चावल और दाल दी गई। खाना खाते वक्त पता चला कि चावल सड़ गया है। जिसकी शिकायत पेंट्रीकार कर्मचारियों से की गई। तो उन्होंने चावल की बदबू को बासमती राइस की खुशबू बताना शुरू कर दिया। लेकिन बदबू अधिक आने के कारण किसी ने खाना नहीं खाया।

रात लगभग 8 बजे जब ट्रेन में बैठे बच्चे, वृद्ध व महिलाएं भूख प्यास से हलाकान हो गए, तो कुछ लोग पेंट्रीकार कर्मचारियों के पास पहुंचे और उनसे खाना और पानी की बॉटल देने के लिए कहा लेकिन उन्होंने नहीं दिया। जिससे यात्री आक्रोशित हो गए और उन्होंने हंगामा करते हुए पेंट्रीकार में रखा सभी सामान लूटना शुरू कर दिया।

मेन्यू कार्ड नहीं

यात्रियों का कहना था कि मेन्यू कार्ड में जो लिखा हुआ था। वह खाने में नहीं दिया सिर्फ दो रोटी, दाल और सड़ा चावल दिया गया। जब उनसे मेन्यू कार्ड मांगा, तो उन्होंने इंकार कर दिया। प्रीमियम ट्रेन में मंहगी टिकट इसलिए है क्योंकि यात्रियों को ट्रेन में ही खाने-पीने का सामान रेलवे देता है।

नरसिंहपुर के समीप हुआ विवाद

रात 8 बजे के लगभग नरसिंहपुर स्टेशन पहुंचने तक यात्रियों के सब्र ने जवाब दे दिया। जिसके बाद यात्रियों ने पेंट्रीकार कर्मचारियों से दो टूक पूछा कि उन्हें खाना और पानी दिया जाएगा या नहीं। जब कर्मचारियों ने आनाकानी की तो यात्रियों ने उनपर चढ़ाई कर दी।

कर्मचारियों से मारपीट

पेंट्रीकार कर्मचारियों का आरोप है कि जब वह खाना पूछने के लिए बोगियों में गए, तो यात्रियों ने उनके साथ गालीगलौज करना शुरू कर दिया। उन्होंने विरोध किया, तो उनके तीन कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई।

अपडाउन वालों ने की लूट

यात्रियों का कहना था कि ट्रेन में अपडाउन करने वाले भी स्लीपर में चढ़, उतर रहे थे। जैसे ही विवाद हुआ, अपडाउन करने वालों ने ट्रेन में लूटपाट की।

इसलिए भड़के यात्री

दिन भर में मिला एक बोतल पीने का पानी

कर्मचारियों ने 20 रुपये में खरीदा पानी

मदनमहल तक न तो पानी दिया गया और न ही खाना

पेंट्रीकार मैनेजर मनसुख सिंह, आईआरटीसी सुपरवाईजर ने बताया कि पेंट्रीकार का ठेका बून केटरिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का है। कंपनी से यात्रियों को सुबह व रात को दो बॉटल पानी, खाना, चाय, नाश्ता तय किया गया है। जो यात्रियों को उपलब्ध कराया गया। गर्म चावल पैक करने के कारण चावल से बदबू आने लगी थी। जिसके एवज में उन्होंने यात्रियों को रोटियां लेने को कहा था।

यात्रियों के खिलाफ बोलने वाले की शामत

यात्रियों ने मदनमहल स्टेशन पर उतरकर हंगामा शुरू कर दिया। वह पत्रकारों से पेंट्रीकार कर्मचारियों की शिकायत कर रहे थे। इसी दौरान एक यात्री ने पेंट्रीकार से यात्रियों द्वारा लूट की जाने की बात कह दी। जिससे बाकी के सैंकड़ों यात्री उसपर नाराज हो गए और उसे पकड़कर पूरे स्टेशन पर दौड़ाना शुरू कर दिया

पुलिस ने बचाया

यात्री से नाराज अन्य यात्री उसके साथ मारपीट करने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान स्टेशन पर जीआरपी एएसआई एमएस सोमवंशी व दो आरक्षक ही थे। जो यात्रियों की भीड़ देखकर पहले तो बीच बचाव करने में हिचकिचाए पर तनाव बढ़ता देख एएसआई सोमवंशी व दोनों आरक्षकों ने पूरी निडरता से यात्रियों को खदेड़ दिया।

ट्रेन तत्काल बढ़ाने की सूचना को अनसुना किया

यात्रियों के आक्रोश को देखते हुए एएसआई ने कंट्रोल रूम में कॉल करके ट्रेन को तत्काल बढ़ाने के लिए कहा। लेकिन मुख्य रेलवे स्टेशन पर दूसरी ट्रेन खड़ी होने के कारण नहीं बढ़ाया गया। ट्रेन मदनमहल स्टेशन में एक घंटे तक खड़ी रही। वहीं मुख्य रेलवे स्टेशन में 10 मिनट खड़ी करने के बाद रवाना कर दी गई।

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