रामपाल की इच्छाएं हुईं कैद, सिर्फ 11 रुपये के खाने पर गुजारा

जिसकी एक पलक झपकते धन की बरसात हो जाए। इशारा हो तो लाखों की सुख-सुविधाएं नतमस्तक होकर पैरों में पसर जाएं। मुंह से शब्द निकलने से पहले तमाम संसाधन सामने हों। आजकल वह रोजाना के महज 11 रुपये खर्च पर जिंदगी बिता रहा है। यह कोई और नहीं, करोड़ों की

By Abhishake PandeyEdited By: Publish:Thu, 27 Nov 2014 09:42 AM (IST) Updated:Thu, 27 Nov 2014 10:49 AM (IST)
रामपाल की इच्छाएं हुईं कैद, सिर्फ 11  रुपये के खाने पर गुजारा

सुरेंद्र सोढी, हिसार। जिसकी एक पलक झपकते धन की बरसात हो जाए। इशारा हो तो लाखों की सुख-सुविधाएं नतमस्तक होकर पैरों में पसर जाएं। मुंह से शब्द निकलने से पहले तमाम संसाधन सामने हों। आजकल वह रोजाना के महज 11 रुपये खर्च पर जिंदगी बिता रहा है। यह कोई और नहीं, करोड़ों की जायदाद जुटाने वाला सतलोक आश्रम का संचालक रामपाल है।

पांच दिन की पुलिस हिरासत के बाद छह दिन के लिए फिर से हवालात में बैठे रामपाल पर नियमानुसार छह दिन में 66 रुपये ही खर्च हुए हैं। एक समय में केवल साढ़े पांच रुपये की डाइट उसे उपलब्ध करवाई जाती है। इसमें दाल-पानी के घोल में मिर्च व नमक और चार रोटी शामिल है। इसमें से भी रामपाल केवल एक रोटी का सेवन करता है। सुबह साढ़े 11 बजे हवालात में सलाखों के नीचे से थाली रामपाल की ओर सरका दी जाती है। यही सिलसिला शाम के समय भी दोहराया जाता है।

बैतूल आश्रम से कैमरे गायब, बिजली कटी

मध्य प्रदेश के गांव उड़दन स्थित रामपाल के जिस आश्रम में पहले रात-दिन रौनक और चहल-पहल रहती थी, वहां इन दिनों सन्नाटा छाया हुआ है। सेवादार के नाम पर यहां गेट पर तैनात एक कर्मचारी भर है। आश्रम में लगे कैमरे हट चुके हैं और बिजली कनेक्शन भी कट चुका है। आश्रम में रखी सारी सामग्री हटाई जा चुकी है। बैतूल से 10 किलोमीटर दूर स्थित गांव उड़दन में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बन रहे रामपाल के आश्रम के बारे में गांववाले बताते हैं कि आश्रम में जगह-जगह कई सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इन कैमरों की कंट्रोलिंग और वेब कास्टिंग सीधे हिसार स्थित आश्रम में होती थी। हिसार से ही आश्रम की एक-एक गतिविधि पर सीधी निगाह रखी जाती थी।

आमने-सामने हुए रामपाल-अनुयायी

हरियाणा पुलिस ने छह दिन रिमांड के बाद रामपाल को उसके अन्य आश्रमों की निशानदेही और पूर्व में दिए गए बयानों पर पूछताछ पर कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस रामपाल को मध्य प्रदेश के बैतूल आश्रम के अलावा अन्य कई ठिकानों पर ले जाने वाली है। पुलिस उसके बेहद नजदीकी समर्थकों को आमने-सामने बैठाकर अहम जानकारी जुटा रही है।

हवालात तक लाने का खर्च 17 करोड़

बेशक थाने में रामपाल पर रोजाना 11 रुपये खर्च निर्धारित हो परंतु हवालात तक लाने में उस पर 17 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। यह खर्च सिर्फ रामपाल की गिरफ्तारी के लिए आश्रम के बाहर हरियाणा पुलिस के डेरा डालने का है। पंजाब सरकार को भी करीब साढ़े चार करोड़ का खर्च उठाना पड़ा है।

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