दिल्ली गैंगरेप को मामूली बताने पर घिरे जेटली
दिल्ली गैंगरेप को मामूली घटना बताकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सियासी बवाल में फंस गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग समेत विपक्षी कांग्रेस ने उन्हें इस मुद्दे पर घेर लिया है। गैंगरेप की उक्त जघन्य घटना में जान गंवाने वाली निर्भया के माता-पिता ने भी जेटली के बयान की आलोचना की है। बवाल बढ़ने पर वित्त मंत्री ने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया है।
नई दिल्ली। दिल्ली गैंगरेप को मामूली घटना बताकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सियासी बवाल में फंस गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग समेत विपक्षी कांग्रेस ने उन्हें इस मुद्दे पर घेर लिया है। गैंगरेप की उक्त जघन्य घटना में जान गंवाने वाली निर्भया के माता-पिता ने भी जेटली के बयान की आलोचना की है। बवाल बढ़ने पर वित्त मंत्री ने अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया है। जेटली का कहना है कि उन्होंने किसी खास घटना का जिक्र नहीं किया था और अपराध को कमतर करने का उनका कोई इरादा नहीं था। उनके बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया। बकौल जेटली, 'मुझे खेद है कि मेरे बयान का गलत अर्थ निकाल लिया गया। मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था।'
दरअसल इस विवाद की जड़ में अरुण जेटली का वह भाषण है, जो उन्होंने गुरुवार को राज्यों के पर्यटन मंत्रियों के सम्मेलन में दिया था। अपने संबोधन में वित्त मंत्री कह बैठे, 'दिल्ली में दुष्कर्म की एक छोटी घटना पूरे विश्व में प्रचारित हुई। इससे पर्यटन के क्षेत्र में भारत को लाखों डॉलर का नुकसान हुआ।' उनका इतना कहना भर था कि मुद्दों की तलाश में भटक रही कांग्रेस ने इसे लपक लिया। उनके बयान को निशाना बनाते हुए महिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार दिन में नई दिल्ली स्थित जेटली के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने वित्त मंत्री का पुतला फूंका और महिला विरोधी मानसिकता के सवाल पर भाजपा को कोसा। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की।
उनका कहना था, 'अगर देश में किसी लड़की के साथ दुष्कर्म होता है तो यह राष्ट्र के माथे पर गहरा धब्बा है। यदि एक मंत्री इसे मामूली घटना बताता है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सरकार की मानसिकता दर्शाने के लिए पर्याप्त है।' राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य निर्मला सावंत को भी जेटली का बयान बेहद बुरा लगा है।
उन्होंने कहा, 'किसी मंत्री के लिए इस तरह का बयान देना अशोभनीय है। यह अनुचित है कि वह इस घटना की तुलना अर्थव्यवस्था को रहे नुकसान करें। मैं उनके बयान की निंदा करती हूं।' जबकि निर्भया के माता-पिता इससे बेहद आहत हैं। उनकी मां का कहना है, 'उन्होंने मुझे निराश किया है। चुनावों के दौरान निर्भया का नाम लेकर इन लोगों ने सियासी फायदा उठाया।
सत्ता में आने के बाद इसे मामूली घटना बता रहे हैं।' जबकि पिता के अनुसार, 'दुष्कर्म की कोई घटना छोटी नहीं होती है। इस तरह की घटनाएं देश के माथे पर कलंक हैं। जब नेता लोग इस तरह के बयान देते हैं तो यह उनकी संवेदनहीनता ही दर्शाती है।'
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