Rajasthan: राजस्थान और गुजरात में MD ड्रग बनाए जाने की पुष्टि, NCB और पुलिस ने छापेमारी कर किए सैंपल जब्त; मास्टरमाइंड की तलाश जारी
राजस्थान और गुजरात की फैक्ट्रियों में करीब 300 करोड़ रूपए कीमत की अवैध एमडी ड्रग पकड़े जाने के मामले में नारकोटिक्स ब्यूरो (एनसीबी) की टीम ने सोमवार को जोधपुर जिले के ओसियां में दो स्थानों पर छापे मारे। टीम ने यहां एमडी ड्रग की फैक्ट्री और एक अवैध लैब पर छापा मारकर उपकरणों की जांच करने के साथ ही सैंपल लिए। कई सबूत एकत्रित किए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान और गुजरात की फैक्ट्रियों में करीब 300 करोड़ रूपए कीमत की अवैध एमडी ड्रग पकड़े जाने के मामले में नारकोटिक्स ब्यूरो (एनसीबी) की टीम ने सोमवार को जोधपुर जिले के ओसियां में दो स्थानों पर छापे मारे। टीम ने यहां एमडी ड्रग की फैक्ट्री और एक अवैध लैब पर छापा मारकर उपकरणों की जांच करने के साथ ही सैंपल लिए। कई सबूत एकत्रित किए। सैंपल और सबूत को गुजरात के गांधी नगर भेजा गया है।
टीम को मौके पर ड्रग बनाने के सबूत मिले हैं। एनसीबी के संयुक्त निदेशक घनश्याम सोनी ने बताया कि ऑपरेशन प्रयोगशाला के तहत एनसीबी, दिल्ली, राजस्थान पुलिस और गुजरात एटीएस की टीमों ने मिलकर अभियान चलाया था। 27 अप्रैल को गुजरात के विभिन्न स्थानों के साथ ही राजस्थान में भीनमाल व ओंसिया मं दबिश देकर ड्रग की फैक्ट्री व लैब का खुलासा किया था।
टीम से यहां से कच्चा माल, तैयार ड्रग और कई उपकरण बरामद किए हैं। मामले में राजस्थान व गुजरात के अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें कुलदीप सिंह राजपुरोहित, मनोहर लाल, रामराम, बजरंग बिश्नोई, नरेश मकवाना, कन्हैयालाल, रितेश दबे, हरीश सोलंकी, दीपक, शिवरतन अग्रवाल, नितिन कावंरिया, किरीट मादलिया व रामप्रकाश जाट शामिल है। ड्रग्स के कारोबार का मास्टरमाइंड जगदीश बिश्नोई फरार है। जगदीश की तलाशी के लिए टीम गठित की गई है।