पुलवामा का मास्‍टर माइंड मुदस्‍सर था 'इलेक्‍ट्रिशियन', जानिए- जैश से जुड़ने की कहानी

पुलवामा जिले के मीर मोहल्ला त्राल के रहने वाले मुदस्सर ने वर्ष 2017 में जैश के ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में काम करना शुरू किया था।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Mar 2019 03:04 PM (IST) Updated:Mon, 11 Mar 2019 03:54 PM (IST)
पुलवामा का मास्‍टर माइंड मुदस्‍सर था 'इलेक्‍ट्रिशियन', जानिए- जैश से जुड़ने की कहानी
पुलवामा का मास्‍टर माइंड मुदस्‍सर था 'इलेक्‍ट्रिशियन', जानिए- जैश से जुड़ने की कहानी

जम्‍मू, जेएनएन। जम्‍मू कश्‍मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के पीछे जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी मुदस्सर अहमद खान उर्फ मुहम्मद भाई का दिमाग था। इस घटना में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। अभी तक जांच एजेंसी को जो सुबूत मिले हैं, उसके आधार पर कहा जा रहा है कि मुदस्सर ग्रेजुएट है और वह इलेक्ट्रिशियन का काम करता था।

2017 में जैश के ओवर ग्रांउड वर्कर के रूप में जुड़ा था मुदस्‍सर
इसी मुदस्सर अहमद खान ने गाड़ी का प्रबंध कर उसमें बारूद फिट किया था। पुलवामा जिले के मीर मोहल्ला त्राल के रहने वाले मुदस्सर ने वर्ष 2017 में जैश के ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में काम करना शुरू किया था। बाद में उसे नूर त्राली ने जैश-ए-मुहम्मद में शामिल करवा दिया था।

कश्‍मीर में त्राली ने ही खड़ा किया जैश का संगठन
त्राली ने ही कश्मीर में जैश के संगठन को फिर से खड़ा किया था। दिसंबर 2017 में नूर त्राली को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद मुदस्सर 14 जनवरी 2018 को अपने घर से गायब हो गया और आतंकी गतिविधियों में सक्रिय हो गया। सीआरपीएफ की गाड़ी पर आत्मघाती हमला करने वाला आदिल अहमद डार लगातार मुदस्सर खान के संपर्क में था।

मुदस्‍सर ने ग्रेजुएशन के बाद ITI से किया था इलेक्‍ट्रिशियन का कोर्स
मुदस्सर ने ग्रेजुएशन करने के बाद आइटीआइ से एक साल का इलेक्ट्रिशियन का डिप्लोमा किया था। उस पर जम्मू के सुंजवा में फरवरी 2018 में सेना के कैंप पर हुए हमले में शामिल होने का भी आरोप है। इस हमले में सुरक्षाबलों के छह जवान शहीद हो गए थे, जबकि एक नागरिक की भी मौत हो गई थी।

लेथपोरा में हुए हमले में भी शामिल होने का संदेह
जनवरी 2018 में लेथपोरा पुलवामा में हुए हमले में भी मुदस्सर के शामिल होने का संदेह था। इस हमले में भी सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी जो पुलवामा हमले की जांच कर रही है, उसने 27 फरवरी को मुदस्सर के घर की तलाशी ली थी।

दस दिन पहले ही लाया गया था इको मिनी वैन
पुलवामा हमले में इको मिनी वैन का इस्तेमाल किया गया था। उसे दस दिन पहले ही लाया गया था। इस हमले के बाद से ही दक्षिण कश्मीर के बिजबिहाड़ा का रहने वाला सज्जाद भट भी फरार है। उसके भी आतंकी संगठन में शामिल होने की आशंका है।

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