Kerala High Court ने डाक्टरों पर हो रहे हमले पर जताई चिंता, सरकार को सुरक्षा सुनिश्चित करने का दिया निर्देश

केरल हाई कोर्ट ने डाक्टरों पर हो रहे हमले को लेकर चिंता जताई है। अदालत ने गुरुवार को कहा कि इस साल राज्य में डाक्टरों पर हुए हमले के 137 मामले दर्ज किए गए हैं।कोर्ट ने डाक्टरों पर हो रहे हमले को चौंकाने वाला बताते हुए सरकार से सवाल किया।

By AgencyEdited By: Publish:Fri, 02 Dec 2022 05:09 AM (IST) Updated:Fri, 02 Dec 2022 05:09 AM (IST)
Kerala High Court ने डाक्टरों पर हो रहे हमले पर जताई चिंता, सरकार को सुरक्षा सुनिश्चित करने का दिया निर्देश
Kerala High Court ने डाक्टरों पर हो रहे हमले पर जताई चिंता। फाइल फोटो।

कोच्चि, एएनआइ। केरल हाई कोर्ट ने डाक्टरों पर हो रहे हमले को लेकर चिंता जताई है। केरल उच्च न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि इस साल राज्य में डाक्टरों पर हुए हमले के 137 मामले दर्ज किए गए हैं। कोर्ट ने डाक्टरों पर हो रहे हमले को चौंकाने वाला बताते हुए सरकार से सवाल किया। कोर्ट ने पूछा कि राज्य में डाक्टरों की सुरक्षा को लेकर किस प्रकार की कार्रवाई की जा रही है। अदालत ने ऐसे मामले में एक घंटे के अंदर ही प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश भी दिया।

डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का दिया निर्देश

केरल उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार से डाक्टरों पर हो रहे हमले पर उठाए जा रहे कदम के बारे में पुछा तथा अदालत ने सरकार को डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। कोर्ट ने पुलिस थाना को निर्देश दिया कि डाक्टरों या कर्मचारियों पर हमला होने के एक घंटे के भीतर ही मामला दर्ज करने को कहा। कोर्ट ने सरकार से यह भी बताने का निर्देश देने को कहा कि राज्य में ऐसे मामले पर सरकार सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए हैं और किस प्रकार के कदम उठाए जा सकते हैं।

"This is shocking", Kerala High Court has expressed concern over attacks against doctors in the state.

Court noted that 137 such cases were registered this year and asked the State what action was being taken for the safety of doctors.

— ANI (@ANI) December 1, 2022

हर माह 10 मामले आ रहे सामने

कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा, 'राज्य में हर माह इस प्रकार के 10 मामले सामने आ रहे हैं। महिला डाक्टरों के खिलाफ यौन हमले भी हो रहे हैं। इस साल पांच मामले ऐसे ही आए हैं। अस्पतालों में पुलिस सहायता चौकियां हैं या नहीं, कितनी घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है, हमला न करने की हिदायत देने का कोई मतलब नहीं है। अगर किसी डॉक्टर, नर्स, सुरक्षा और अन्य कर्मचारियों पर हमला होता है, तो तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए ।

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