आइएसआइएस आतंकियों के निशाने पर सबरीमाला मंदिर

सबरीमाला केरल में हिंदुओं का सबसे बड़ा तीर्थस्थल है और यहां जनवरी में मकर संक्रांति के दौरान करोड़ लोग दर्शन करने आते हैं

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Mon, 27 Nov 2017 09:05 PM (IST) Updated:Mon, 27 Nov 2017 09:05 PM (IST)
आइएसआइएस आतंकियों के निशाने पर सबरीमाला मंदिर
आइएसआइएस आतंकियों के निशाने पर सबरीमाला मंदिर

नीलू रंजन, नई दिल्ली। इराक और सीरिया से पूरी तरह उखड़ चुके आइएसआइएस के आतंकियों ने भारत में पैर जमाने की कोशिशें नहीं छोड़ी है। अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आतंकी संगठन सबरीमाला मंदिर का दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों को निशाना बनाने के फिराक में है। खुफिया जानकारी मिलते ही रेलवे स्टेशनों और अन्य संबंधित विभागों को सचेत कर दिया गया है। वहीं केरल पुलिस ने लोगों से भयभीत नहीं होने की अपील की है।

केरल पुलिस की ओर से जारी एलर्ट में कहा गया है कि आइएसआइएस आतंकी सबरीमाला के तीर्थयात्रियों को निशाना बना सकते हैं। इसके लिए वे पानी सप्लाई करने वाले टैंकों में जहर घोल सकते हैं या फिर भारी वाहन से तीर्थयात्रियों की कुचलने की कोशिश कर सकते हैं। जैसा कि फ्रांस, बेल्जियम और अमेरिका में आइएसआइएस आतंकियों ने किया था। केरल पुलिस ने संबंधित विभागों के साथ-साथ रेलवे स्टेशन मास्टरों से भी ऐहतियात बरतने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है।

वैसे इस अलर्ट लीक होने और इसके सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद केरल पुलिस बैकफुट पर आ गई है। केरल पुलिस ने लोगों से भयभीत नहीं होने की अपील की है। पुलिस की ओर जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस तरह से अलर्ट एहतियातन समय-समय पर जारी किये जाते हैं। केरल ने पुलिस ने भरोसा दिया है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं और इससे आम जनता को डरने की कोई जरूरत नहीं है।

गौरतलब है कि आइएसआइएस की ओर आकर्षित होने वाले युवाओं में सबसे बड़ी संख्या केरल की थी। वहां से सीरिया और इराक आइएसआइएस से लड़ने दर्जनों युवाओं का अभी तक पता नहीं चल पाया है। ऐसे में सबरीमाला मंदिर पर आतंकी हमले की आशंका को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। गृहमंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सबरीमाला मंदिर पर आतंकी हमले के खतरे की पुष्टि करते हुए कहा कि केरल में मौजूद आइएसआइएस समर्थक ऐसा कर सकते हैं।

सबरीमाला केरल में हिंदुओं का सबसे बड़ा तीर्थस्थल है और यहां जनवरी में मकर संक्रांति के दौरान करोड़ लोग दर्शन करने आते हैं और पांच किलोमीटर की पैदल यात्रा तक मंदिर तक पहुंचते हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आइएसआइएस आतंकी सबरीमाला के तीर्थयात्रियों को निशाना बनाने के पीछे आतंकियों का उद्देश्य राज्य और पूरे देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना हो सकता है। जम्मू-कश्मीर में आतंकी अमरनाथ यात्रियों की बस पर हमला कर ऐसी कोशिश कर चुके हैं।

यह भी पढ़ें: रेयान के ट्रस्टियों की अग्रिम जमानत को प्रद्युम्न के पिता ने दी चुनौती

chat bot
आपका साथी