Iran Israel Conflict: कौन हैं इजरायल को कैंसर कहने वाले अयातुल्ला खामेनेई

Iran Israel Conflict ईरान और इजरायल के बीच लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। ईरान के हमले के बाद अब इजरायल ने अपने हमले तेज कर दिए हैं और उसने ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। इससे पहले ईरान ने पहली दफा इजरायल पर सीधा हमला बोला है। इस हमले के पीछे अयातुल्ला अली खामेनेई का दिमाग माना जाता है। आखिर कौन हैं अली खामेनेई?

By Mahen Khanna Edited By: Mahen Khanna Publish:Sun, 21 Apr 2024 05:24 PM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2024 05:34 PM (IST)
Iran Israel Conflict: कौन हैं इजरायल को कैंसर कहने वाले अयातुल्ला खामेनेई
Iran Israel Conflict अयातुल्ला खामेनेई के पास है करोड़ों की संपत्ति।

ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। Iran Israel Conflict ईरान के हमले के बाद इजरायल ने पलटवार किया है। इजरायल ने ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। इससे पहले, ईरान ने पहली दफा इजरायल पर सीधा हमला बोला है। इस हमले के पीछे अयातुल्ला अली खामेनेई का दिमाग माना जाता है। 

कौन हैं अयातुल्ला खामेनेई?

अयातुल्ला खामेनेई ईरान के सुप्रीम लीडर हैं। ईरान के मशहद में 17 जुलाई 1939 में जन्में खामेनेई को धार्मिक कट्टरता के लिए जाना जाता है और वो हमेशा से इस्लाम की बात करते दिखते हैं। ईरान में चले हिजाब विरोधी आंदोलन के खिलाफ भी खामेनेई ने आवाज उठाई थी और इसे खुदा के खिलाफ युद्ध बताया था। 

खामेनेई ने मदरसों से इस्लामिक शिक्षा प्राप्त की है। उनके पिता सैयद जावेद एक इस्लामिक विद्वान थे। 

ईरान के राष्ट्रपति भी बने

वर्ष 1962 में ईरान के तत्कालीन शासक शाह मोहम्मद रजा के खिलाफ ईरान को इस्लामिक देश बनाने के लिए धार्मिक नेता अयातुल्ला खुमैनी ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसमें अयातुल्ला खामेनेई ने भी हिस्सा लिया था। इसके बाद 1979 में इस्लामिक क्रांति में शाह को बेदखल कर दिया गया और खुमैनी ईरान के सुप्रीम नेता बन गए। इस्लामिक रिपब्लिक बनने के बाद अयातुल्ला खामेनेई ने कई सरकारी पदों को संभाला।  इसके बाद 1981 में ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद अली राजई की हत्या के बाद अयातुल्ला खामेनेई राष्ट्रपति बने। फिर 1989 में खुमैनी की मौत के बाद वो ईरान के सुप्रीम लीडर बन गए।

इजरायल के खात्मे की कसम

अयातुल्ला खामेनेई ने इजरायल को कैंसर के ट्यूमर की तरह बताया था। खामेनेई ने कहा था कि वो इस बीमारी को जड़ से खत्म करके ही मानेंगे। 

विवादों से नाता

खामेनेई का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। इजरायल पर जब फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने हमला किया था तो खामेनेई ने इसका समर्थन किया। ईरानी नेता कई बार हूती विद्रोहियों के हमले का भी समर्थन कर चुके हैं, जिसके चलते उसके मेटा ने इंस्टाग्राम और फेसबुक अकाउंट को  बैन कर दिया था। इंस्टा पर खामेनेई के 50 लाख से ज्यादा फॉलोअर थे।  खामेनेई को फोर्ब्स ने अपनी प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया था और 18वां स्थान दिया था। ईरान के ये नेता महिलाओं के खुले में साइकिल चलाने के खिलाफ फतवा भी जारी कर चुके हैं।

इतने करोड़ की है संपत्ति

अयातुल्ला खामेनेई करोड़ों की संपत्ति के भी मालिक हैं। समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक अयातुल्ला खामेनेई के पास लगभग 8 लाख करोड़ की संपत्ति है।

जब खामेनेई की हत्या का हुआ था प्रयास

एक बार खामेनेई की हत्या का भी प्रयास हुआ था। दरअसल, खामेनेई एक मस्जिद में अपना व्याख्यान देने के बाद वहीं बैठे थे, तभी एक शख्स ने उनके बगल में टेप रिकॉर्डर में छुपाया बम रख दिया। कुछ देर बाद वो बम फट गया और खामेनेई को कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था। इस हादसे में खेमेनेई के फेफड़े गंभीर रूप से घायल हुए थे।

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