'आप' में कलह से केजरीवाल दुखी, किरण बोली- यह तो होना ही था

आम आदमी पार्टी के भीतर मचे बवाल को देखते हुए पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए अपना दर्द बयां किया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर ये लिखा है कि ' पार्टी के भीतर जो भी चल रहा है उससे मैं बहुत आहत हूं और

By anand rajEdited By: Publish:Tue, 03 Mar 2015 10:35 AM (IST) Updated:Tue, 03 Mar 2015 04:25 PM (IST)
'आप' में कलह से केजरीवाल दुखी, किरण बोली- यह तो होना ही था

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के भीतर मचे बवाल को देखते हुए पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए अपना दर्द बयां किया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर ये लिखा है कि ' पार्टी के भीतर जो भी चल रहा है उससे मैं बहुत आहत हूं और मुझे गहरी चोट लगी है। लेकिन मैं इस गंदी लड़ाई में नहीं पड़ना चाहता, मैं अपना पूरा ध्यान काम पर लगाऊंगा जनता और जनता के भरोसे के नहीं टूटने दूंगा।'

उधर, एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए किरण बेदी ने कहा है कि यह कोई नई बात नहीं है। आम आदमी पार्टी के अंदर तो मनमुटाव आम बात है। यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि सारी बातें अब सामने आ रही हैं। इस तरीके की बातें तो वहां पर हमेशा रही हैं।

आपको बता दें, आम आदमी पार्टी का आंतरिक कलह अब थमने का नाम नही ले रहा है। बयानबाजी से शुरू हुई खींचतान अब आरोप-प्रत्यारोप में बदलती जा रही है। पार्टी नेता आशीष खेतान ने ट्वीटर पर प्रशांत भूषण और उनके परिवार पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। बता दें कि ये पहली बार है जब पार्टी की अंदरुनी कलह में आरोप-प्रत्यारोप का दौर खुलकर सामने आया है।

खेतान ने ट्विटर पर लिखा कि जो लोग पार्टी को एक आदमी की पार्टी की थ्योरी बता रहे हैं, असल में वह इसे एक परिवार की पार्टी बनाना चाहते हैं। खेतान ने भूषण परिवार को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया, 'शांति भूषण, प्रशांत और शालिनी यानी पिता, बेटे और बेटी की ये तिकड़ी पार्टी के सभी विंग पर अपनी पकड़ बनान चाहती है। वह संसदीय कार्य समिति (पीएसी) से लेकर पॉलिसी कमेटी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी तक में अपनी पैठ बनाना चाहते हैं'।

वहीं इन सब के बीच पार्टी प्रवक्ता आशुतोष ने प्रशांत भूषण पर सवाल उठाए हैं। आशुतोष ने कहा है कि प्रशांत भूषण पार्टी के एक सम्मानित सदस्य हैं और उन्हें सार्वजनिक रूप से इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए थे।

गौरतलब है कि चार मार्च यानि कि बुधवार को आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है, जिसमें योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की किस्मत पर फैसला होगा।

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